भाजपा नेता व पूर्व पंसस पर प्राथमिकी
बिरनी (गिरिडीह) : गायब लड़की की बरामदगी के लिए प्रखंड मुख्यालय में मॉडल डिग्री कॉलेज भवन निर्माण कार्
बिरनी (गिरिडीह) : गायब लड़की की बरामदगी के लिए प्रखंड मुख्यालय में मॉडल डिग्री कॉलेज भवन निर्माण कार्य बंद कराना विधायक प्रतिनिधि व पूर्व पंसस को महंगा पड़ा। भवन निर्माण में कार्य कर रहे सुपरवाइजर चकाई के रंजीत राय ने भाजपा नेता सह विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मण दास एवं सिमराढाब के पूर्व पंसस दिलीप दास पर नामजद समेत 20 से 25 अज्ञात लोगों पर बिरनी थाना में आवेदन देकर प्राथमिक दर्ज करायी है।
आवेदन में कहा है कि उक्त लोगों ने दो लाख रुपये रंगदारी की मांग की है। रंगदारी की मांग पूरी नहीं होने पर उक्त नेता व पूर्व पंसस ने कई महिला-पुरुष को भवन निर्माण कार्य स्थल पर लाकर सरकारी काम को बंद करा कर मारपीट कर जेब से नगदी 20 हजार रुपये छिनतई कर ली है। मारपीट में सुपरवाइजर गंभीर रूप से जख्मी हो गया है। विधायक प्रतिनिधि लक्षमण दास ने कहा कि सुपरवाइजर का आरोप बिलकुल निराधार है। काम बंद करने की पूर्व से घोषणा की गयी थी। कार्य बंद के समय कार्य स्थल पर बिरनी के एसआई शमशेर आलम मौजूद थे। सवाल उठता है कि सुपरवाइजर से मारपीट कब हुई है। कब दो लाख रुपये रंगदारी की मांग की गयी है। पुलिस प्रशासन की उपस्थित में सुपरवाइजर ने प्राथमिकी दर्ज पुलिस के इशारे पर करायी है।
प्रखंड मुख्यालय स्थित गांव की एक दलित परिवार की बच्ची को सुपरवाइजर रंजीत राय व मजदूर मुकेश व छोटू मांझी तीनों मिलकर बहला फुसलाकर ले गए हैं। उस संबंध में रंजीत व छोटू मांझी को मालूम है। बच्ची को मुकेश भगाकर ले गया है। बच्ची को भगाकर ले जाने में लगभग डेढ़ माह बीतने को है। बच्ची के माता- पिता ने बिरनी थाना को शिकायत की है। उक्त दोनों ने पुलिस व ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि बच्ची को पता कर लाया जाएगा। बच्ची के मजदूर मुकेश के साथ रहने की जानकारी भी मिली है। इस मामले में संवेदक के सुपरवाइजर ने उनलोगों पर रंगदारी की मांग को लेकर झूठी प्राथमिकी दर्ज की है। इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग उन्होंने की है। थाना प्रभारी नवल किशोर प्रसाद ने कहा कि सुपरवाइजर रंजीत राय के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अभियुक्तों को गिरफ्तारी होगी।