उपायुक्त ने दिया जांच का आदेश
गिरिडीह : जिले के पीरटांड प्रखंड स्थित सिमरकोठी के पीडीएस डीलर द्वारा लाभुकों को खाद्यान्न नहीं दिए
गिरिडीह : जिले के पीरटांड प्रखंड स्थित सिमरकोठी के पीडीएस डीलर द्वारा लाभुकों को खाद्यान्न नहीं दिए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों की शिकायत है कि ेखाद्यान्न मांगे जाने पर उन्हें मारपीट की धमकी दी जाती है। डीलर पिछले एक महीने का खाद्यान्न देकर कार्ड पर दो-तीन महीने का वितरण अंकित कर देता है। इसे लेकर शुक्रवार को 116 लाभुकों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित आवेदन उपायुक्त को देते हुए दुकानदार उषा देवी की लाइसेंस को रद करने की मांग की है।
डीसी उमाशंकर ¨सह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डुमरी में पदस्थापित दंडाधिकारी राहुल देव को एक सप्ताह के अंदर मामले की जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करने का आदेश दिया है। ग्रामीणों का नेतृत्व झामुमो के जिलाध्यक्ष संजय ¨सह कर रहे थे।
उपायुक्त को दिए आवेदन में ग्रामीणों ने कहा है कि सिमरकोठी की पीडीएस उषा देवी के नाम पर है। इसका संचालन उनके पुत्र पंकज ¨सह करते हैं। वे लाभुकों के बीच राशन का वितरण सही तरीके से नहीं करते हैं। एक महीने का राशन देकर कार्ड पर दो-तीन महीने का राशन वितरण दिखाते हैं। जब लाभुक द्वारा इसका विरोध किया जाता है तो पंकज मारपीट पर उतारू हो जाता है। धमकी देता है कि विरोध किया तो भुगतोगे। वह अभी तक तीन-चार ग्रामीणों के साथ मारपीट कर चुका है। यह भी कहा कि डीलर को जब अहसास हो जाता है कि कार्डधारी थोड़ा-बहुत पढ़ा लिखा है तो उसके कार्ड को दूसरे डीलर के पास भेज देता है। इसका विरोध ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से की गई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस पीडीएस दुकानदार कालाइसेंस रद करने की मांग की जाएगी।
ग्रामीणों की ओर से आवेदन में स्थानीय मुखिया उस्मान अली, उप मुखिया शांति देवी, वार्ड सदस्य जुलेखा बीबी, देबू टुडू के अलावे मनीलाल ¨सह, जगदीश ¨सह, हीरामन ¨सह, जितेंद्र ¨सह, वशिष्ट राय, के मुर्मू, नेपाल रायबसंत तूरी समेत 116 ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं।