तिसरी-मधुबन में जलसंकट से ग्रामीण परेशान
संस, तिसरी/मधुबन (गिरिडीह) : तिसरी बाजार एवं मधुबन में पेयजल संकट के कारण लोग पानी-पानी हो रहे हें।
संस, तिसरी/मधुबन (गिरिडीह) : तिसरी बाजार एवं मधुबन में पेयजल संकट के कारण लोग पानी-पानी हो रहे हें। पानी नहीं मिलने के कारण कई समस्याओं से ग्रामीणों सहित आने-जाने वालों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि संबंधित विभाग भी इस समस्या को सलटाने के लिए सकारात्मक पहल नहीं करा रहा है। इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
तिसरी : स्थानीय बाजार में विभाग की तरफ से पानी की सप्लाई नहीं के बराबर होने के कारण लोगों को पूर्व की भांति साइकिल से ढोकर दूर-दराज से पानी लाना पड़ रहा है। बाजारवासियों ने बताया कि यहां पानी की समस्या को दूर करने के लिए सरकार की तरफ से करीब एक करोड़ रुपये खर्च कर पेयजल योजना को धरातल पर लगाने का प्रयास किया गया। इसके बाद पानी टंकी से करीब एक किमी के अंदर उपभोक्ता को पानी मिलता था, जबकि दो किमी तक पाइप बिछाया गया है। ग्रामीणों की तरफ से बार-बार शिकायत करने के बाद भी समस्या में सुधार होने के बजाय समस्या बढ़ती गई। अब तो स्थिति यह है कि सप्लाई पानी पर्याप्त मात्रा में पानी टंकी के पास रहनेवालों को भी नहीं मिल पर रही है। तिसरी थाना से आगे चौक चिलगिली केवटा आदि टोला में पानी की समस्या ने विकराल रूप ले लिया है। दर्जनों कनेक्शनधारी तो ऐसे हैं, जिन्हें आज तक एक बूंद भी पानी का सप्लाई नहीं हो सका है। ग्रामीण विकास गुप्ता, विक्की शर्मा, ¨रकू कुमार ने उपायुक्त से इस संकट को दूर कराने की मांग की है।
मधुबन : विश्व विख्यात पारसनाथ की विकास को लेकर सरकार जहां गंभीर है, वहीं ग्रामीण पेयजल आपूर्ति विभाग की लापरवाही के कारण बराकर से मधुबन तक पानी सप्लाई को लेकर पाइप लाइन के बाद भी लोगों के समक्ष पानी की समस्या बनी हुई है। पानी की समस्या से जूझ रहे मधुबनवासियों का कहना है कि कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी को शिकायत की जाती है तो वे पेयजल आपूर्ति भवन जाने की सलाह देते हैं, लेकिन वहां कोई मिलता ही नहीं है। बताया गया कि जब इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी, तब एक महीने में भी लगातार सही से लोगों को पानी नहीं मिल पाया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि दस दिन के अंदर कोई ठोस पहल नहीं की गई तो एकजुट होकर जिला प्रशासन से इसकी शिकायत करेंगे।