प्रत्याशियों को सहना पड़ रहा जनता का विरोध
पालगंज (गिरिडीह) : पीरटांड प्रखंड में चुनाव चिह्न आवंटन के साथ चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। प्रत्या
पालगंज (गिरिडीह) : पीरटांड प्रखंड में चुनाव चिह्न आवंटन के साथ चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। प्रत्याशियों ने अपने-अपने चुनाव चिह्न से संबंधित का पर्ची भी बांटना शुरू कर दिया है। पूरे क्षेत्र में बड़े- बड़े फ्लैक्स भी लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। कई जगह चुनाव चिह्न मिलने के दो दिन बाद ही बड़े-बड़े होर्डिग देखने को मिलने लगे हैं। प्रत्याशी भी घर-घर दस्तक देने लगे हैं। खासकर रात में ऐसे दृश्य देखने को मिल सकता है, जो घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। रात में जिला परिषद के प्रत्याशियों को तो नहीं देखा जाता हेै पर वार्ड, मुखिया व पंसस प्रत्याशियों को अधिक रात में प्रचार करते देखा जा रहा है। पिछले पंचायत चुनाव के इतर इस बार के चुनाव में काफी बदलाव देखा जा रहा है। कई प्रत्याशियों को जनता का विरोध भी सहना पड़ रहा है। कई पंचायतों मे बात सामने आई है कि विधानसभा व लोकसभा के चुनाव का भी बदला लिया जा रहा है। बीते विधानसभा चुनाव में कुछ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जनता से ठग कर वोट लिया और कुछ काम नहीं करा रहे हैं। साथ ही चुनाव खर्च को भी कार्यकर्ताओं ने जनता के बीच नहीं रखा, जबकि जनता को इस बात का पता चल गया है। ऐसा आदिवासी गांवों में भी हो रहा है। पीरटांड़ के एक गांव में एक प्रत्याशी को एक घंटे तक बैठा कर रखा गया। लोगों का कहना था कि विधानसभा में इस गांव के नाम पर एक प्रत्याशी से 15 हजार रुपये लिए गए थे जो गांव में खर्च नहीं किया गया। इस बात का खुलासा प्रत्याशी ने कर दिया। इसका जवाब मुखिया प्रत्याशी को मांगा गया। इसी तरह पीरटांड़ के पूर्वी क्षेत्र में पुराने मुखिया से पुराने कार्यों का लेखा-जोखा मांगा जा रहा है। साथ ही एक साल पूर्व बैंकों से जनता के नाम फर्जी तरीके से लिए गए ऋण का मामला फिर उठ गया है, जो इस तरह के कारनामे में शामिल प्रत्याशी को छक्का छुड़ा रहा है।