बाल विवाह की रोकथाम को आगे आएं जनप्रतिनिधि
गिरिडीह : स्वयंसेवी संस्था जागो फाउन्डेशन एवं यूनिसेफ के तत्वाधान में बाल विवाह निषेध कार्यक्रम के त
गिरिडीह : स्वयंसेवी संस्था जागो फाउन्डेशन एवं यूनिसेफ के तत्वाधान में बाल विवाह निषेध कार्यक्रम के तहत रविवार को जीडी जालान धर्मशाला में पंचायत प्रतिनिधियों की प्रखंड स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें बाल विवाह की रोकथाम के लिए पंचायत प्रतिनिधियों से आगे आने और सहयोग की अपील की गयी।
सचिव बैद्यनाथ ने कहा कि बच्चों की समस्या आज पूरी दुनिया के लिए मुख्य मुद्दा बन गयी है। बाल विवाह काफी संवेदनशील मुद्दा है। यदि इस पर जनप्रतिनिधि जागरूक होकर कार्य करेंगे तो समस्या का समाधान संभव है। मुखिया संघ के अध्यक्ष भागीरथ मंडल ने कहा कि बाल विवाह को जड़ से समाप्त करना जरूरी है। बाल विवाह से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास रुक जाता है। समाजसेवी मो. फरीद अंसारी ने कहा कि संस्था के कार्य से प्रभावित होकर हमलोगों ने अंजुमन कमेटी की तरफ से यह निर्णय लिया है कि क्षेत्र में होने वाली शादियों में लड़के-लड़की का आधार कार्ड मांगा जाएगा। मो. समीर ने कहा कि प्रशासन को बाल विवाह के खिलाफ पंचायतों में दीवार लेखन व बैनर लगाना चाहिए। कार्यक्रम को रमेश कुमार, पंसस दिलीप कुमार रजक, जीतेंद्र पांडेय, शौकत अंसारी आदि ने भी संबोधित किया। संचालन डीएमडी दिवाकर अलगुंदिया ने किया।