बाल अधिकारों के संरक्षण पर मंत्रणा
गिरिडीह : बाल अधिकारों के संरक्षण को लेकर शनिवार को ग्रामिका इंडिया के तत्वावधान में सामाजिक परिवर्त
गिरिडीह : बाल अधिकारों के संरक्षण को लेकर शनिवार को ग्रामिका इंडिया के तत्वावधान में सामाजिक परिवर्तन संस्थान कार्यालय में स्वैच्छिक संस्थाओं की विचार गोष्ठी हुई, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य संजय कुमार मिश्र शामिल हुए।
ग्रामिका इंडिया के निदेशक एएन पांडेय ने उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए बाल अधिकारों के संरक्षण में आ रही बाधाओं पर प्रकाश डाला। कहा कि रिमांड होम, बाल संरक्षण गृह, बालश्रम पुनर्वास को टोल फ्री नंबर का अभाव है। आंगनबाड़ी केंद्रों को केवल 25 बच्चों के लिए पोषाहार दिया जाना, बाल विवाह रोकने के लिए सक्षम पदाधिकारियों का नोटिफिकेशन न होना आदि बाल अधिकारों के संरक्षण में रोड़ा बना हुआ है।
इस पर मुख्य अतिथि मिश्र ने आयोग की ओर से जिला प्रशासन से कहा कि स्वैच्छिक संस्थाओं को बाल अधिकार संरक्षण में सक्रिय भागीदारी निभाने को प्रेरित करें। मौके पर डीएसई महमूद आलम, जिला कल्याण पदाधिकारी केके शर्मा, एडीपीओ कौशल किशोर, सुरेश शक्ति, उमेश कुमार, बैजनाथ, रविभूषण, रीतेश, पीएन शर्मा आदि उपस्थित थे।