ट्रांसफार्मर को चंदा नहीं देने पर बिजली काटी
देवरी (गिरिडीह) : एक तरफ सरकार विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करने का दावा कर रही है। ट्रांसफार्मर बदलन
देवरी (गिरिडीह) : एक तरफ सरकार विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करने का दावा कर रही है। ट्रांसफार्मर बदलने के नाम पर पैसा भी नहीं देने की बात कहती है, वहीं दूसरी ओर ट्रांसफार्मर के लिए चंदा नहीं देने पर लोगों की बिजली काट दी जा रही है। देवरी प्रखंड के जमखोखरो गांव में ऐसा ही कुछ हुआ।
बताया गया कि इस गांव में बीते नवंबर माह में ट्रांसफार्मर जल गया। कुछ बिचौलियों ने प्रत्येक घर से 2-2 हजार रुपया चंदा वसूला। इसके बाद यहां दो ट्रांसफार्मर लगाए गए। एक दो सौ केवीए का और एक सौ केवीए का। चंदा देने में असमर्थ रहने के कारण कुछ लोगों का बिजली कनेक्शन काट दिया गया, जबकि बिजली बिल अभी तक आ रहा है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत विभाग से कई बार की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अंतत: ग्रामीणों ने अपना दुखड़ा जागरण को सुनाया।
ग्रामीणों की शिकायत पर गांव पहुंची जागरण टीम से उपभोक्ता मणिलाल साव, बंधु सोनार, कपिल कुमार वर्णवाल, कार्तिक सोनार सहित आठ लोगों का बिजली कनेक्शन बिचौलियों की ओर से स्थानीय मिस्त्री जगदीश वर्मा एवं सीताराम स्वर्णकार से कटवा देने की बात कही गयी। इन उपभोक्ताओं की मानें तो इस बाबत स्थानीय विधायक केदार हाजरा, बिजली विभाग के एसडीओ, विद्युत कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल गिरिडीह उत्तरी, विद्युत अधीक्षण अभियंता, मुख्य अभियंता आदि को आवेदन दिया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
उपभोक्ताओं का कहना है कि बिजली काटने की शिकायत करते-करते थक चुके हैं। लोगों ने विभाग से दोषियो पर उचित कार्रवाई करते हुए बिजली कनेक्शन पुन: जोड़ने की मांग की। बंधु स्वर्णकार ने बताया कि कनेक्शन काटने के बाद भी विभाग उनके पास बिल भेज रहा है। बिल वसूलने वाले से यह पूछने पर कि कनेक्शन काट देने के बाद भी बिल कैसे आ रहा है, तो उसने कहा कि सौ रुपया दो नाम कटवा देंगे।
विधायक केदार हाजरा ने बताया कि लोगों ने उनके पास शिकायत की थी। उन्होंने एसडीओ को इस पर पहल करने की बात कही थी। यदि पहल नहीं की गयी तो दोषी लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। स्थानीय मुखिया शकुंतला शर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी उन्हें नहीं है। यदि ऐसी घटना घटी है तो दोषी व्यक्ति पर जांचोपरांत कार्रवाई की जानी चाहिए।