पेड़ों की कटाई पर विभाग ने साधी चुप्पी
पालगंज (गिरिडीह) : पीरटांड़ थाना क्षेत्र के भारती चलकरी में जंगल काटने के सवाल पर विवाद का कोई हल नही
पालगंज (गिरिडीह) : पीरटांड़ थाना क्षेत्र के भारती चलकरी में जंगल काटने के सवाल पर विवाद का कोई हल नहीं निकलने पर लोगों का प्रशासन के प्रति नाराजगी है। घटना के छह दिन बाद भी विभाग चुप्पी साधे हुए है। विभागीय जांच टीम खानापूर्ति के प्रयास में लगी है।
बता दें कि पीरटाड़ की भारती चलकारी पंचायत के चेंगधरी गाव में रैयत व जंगल की जमीन पर हजारों पलास के पेड़ को ग्रामीणों ने तीन दिन तक लगातार काट लिए। बगल में गाव मंगर तिलैया के लोगों की रैयत जमीन पर कटाई शुरू की तो लोगों ने विरोध किया। लोगों ने वन विभाग समेत पीरटाड़ थाना को लिखित सूचना दी लेकिन छह दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। वन विभाग ने रैयती जमीन कहकर पल्ला झाड़ लिया है, वहीं पुलिस भी जाच का आश्वासन देकर चुप है। ग्रामीणों का आरोप है कि रैयती जमीन के साथ जंगली जमीन का पेड़ भी कटा है और विभाग मूकदर्शक है। ग्रामीण अजय कुमार, रामेश्वर महतो, हरी प्रसाद महतो, सुनील महतो, अकबर हुसैन, दिनेश कुमार, डालेश्वर महतो आदि ने बताया कि वन विभाग लाखों खर्च कर पलास के पेड़ों से लाह की खेती के बूते किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का दावा करता है और पेड़ कटने पर गंभीर नहीं हुआ। रविवार को वन विभाग की टीम जाच में गलत पाने के बाद अब मुकर रही है। विभाग को जब्त लकड़ी को ढोने वाले का नाम व वाहन का नंबर भी दिया पर कुछ नहीं हुआ। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच मारपीट भी हुई है। इधर, रेंज अफसर कैलाश सिंह का कहना है कि केवल रैयती जमीन के पेड़ कटे। इसमें विभाग कुछ नहीं कर सकता।