परीक्षा में सख्ती पर भड़के परीक्षार्थी-अभिभावक
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : सीबीएसई 12 वीं की परीक्षा सोमवार को हंगामे के बीच शुरू हुई। अभिभावकों व छ
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : सीबीएसई 12 वीं की परीक्षा सोमवार को हंगामे के बीच शुरू हुई। अभिभावकों व छात्रों ने स्कूलों में जमकर हंगामा किया। कदाचार रोकने के लिए परीक्षार्थियों की तलाशी लिए जाने पर अभिभावक भड़क गए। उनका आरोप है कि छात्राओं की तलाशी महिला के बजाय पुरुष शिक्षकों ने ली।
सीसीएल डीएवी में परीक्षार्थियो ने जमकर हंगामा किया। शिक्षकों के साथ गालीगलौज करते हुए खिड़कियों का शीशा तोड़ दिया। हंगामा को देख स्कूल प्रबंधन को पुलिस की मदद लेनी पड़ी। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। उप प्राचार्य एचजी तिवारी ने बताया कि परीक्षा में बिल्कुल चोरी नहीं चलने दी जा रही है। विद्यालय प्रबंधन की कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराने की प्रतिबद्धता परीक्षार्थियों को रास नहीं आ रही है। यही वजह है कि प्रथम दिन की परीक्षा समाप्त होने पर परीक्षार्थियों ने काफी हंगामा किया। परीक्षार्थियों ने डिसप्ले बोर्ड और एक कमरे की खिड़कियों का शीशा तोड़ दिया। साथ ही शिक्षकों के साथ गालीगलौज की और मारने पर उतारू हो गए। पुलिस के आने पर मामला शांत हुआ।
इधर, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में भी अभिभावकों ने हंगामा किया। अभिभावक नूरजहां, बॉबी सलूजा, नदीम अख्तर आदि ने प्राचार्य से मिलकर विरोध जताया। अभिभावकों का कहना था कि यहां परीक्षा देने आयी छात्राओं की तलाशी पुरुष शिक्षक द्वारा ली गयी है, जो गलत है। इसी बात पर अभिभावक आक्रोशित थे। हालांकि प्राचार्य मदन मोहन मिश्रा ने अभिभावकों को बताया कि वैसी कोई बात नहीं है। महिला शिक्षकों ने छात्राओं की तलाशी ली है। इसका प्रमाण विद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे से भी मिल सकता है। इसके बाद अभिभावक शांत हुए। प्राचार्य ने स्पष्ट कहा कि यहां कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराना उनकी जिम्मेवारी है। वह परीक्षार्थियों को कदाचार करने की छूट कदापि नहीं दे सकते हैं। लिहाजा अभिभावक भी अपने बच्चों को समझाएं कि वे अपने साथ कोई आपत्तिजनक सामग्री अपने नहीं लाएं।