समाज से मिटाएं कुरीति और व्यसन
बिरनी (गिरिडीह) : प्रखंड मुख्यालय स्थित सिमराढाब में नौ दिवसीय रामचरित मानस महायज्ञ सह हनुमान प्राणप
बिरनी (गिरिडीह) : प्रखंड मुख्यालय स्थित सिमराढाब में नौ दिवसीय रामचरित मानस महायज्ञ सह हनुमान प्राणप्रतिष्ठा सोमवार को जलयात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। गाजे-बाजे के साथ भव्य जलयात्रा निकाली गयी। इस दौरान पूरे प्रखंड का माहौल भक्तिमय हो उठा।
जलयात्रा में 1051 महिलाओं एवं कन्याओं ने कलश उठाया। सभी यज्ञशाला से सिर पर कलश लिए नंगे पांव 16 किमी पैदल चलकर बराबर नदी उत्तरवाहिनी पहुंची, जहां कलशों में संकल्पित जल लेकर कर्री, मंझिलाडीह, माखमरगो, जितकुंडी, बिराजपुर, पलौंजिया आदि गावों का भ्रमण करते हुए पुन: यज्ञ स्थल पहुंची। जलयात्रा में झांकी भी निकाली गयी। श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पानी-शरबत की व्यवस्था की गयी थी।
आचार्य वीरेंद्र शास्त्री, महेश पाडेय एवं बाबा राममुकुंद दास ने बताया कि किसी भी पूजा-पाठ और यज्ञ से पहले सभी देवी-देवताओं का आह्वान करने के लिए जलयात्रा निकाली जाती है और गंगा की पूजा की जाती है। यज्ञ समिति के अध्यक्ष रामू बैठा, सचिव अर्जुन राम, कोषाध्यक्ष नागेश्वर विश्वकर्मा ने बताया कि यज्ञ में रात्रि में प्रसाद वितरण किया जाएगा।
गावां : गावां बाजार स्थित काली मंडा में आयोजित नौ दिवसीय देवी दुर्गा भागवत महायज्ञ से क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो गया है। यज्ञ के तीसरे दिन प्रवचन सुनने लोगों की काफी भीड़ उमड़ी। प्रवचन करते हुए पंडित रंजीत शास्त्री ने कहा कि यज्ञ तभी सफल हो सकता है जब समाज का सुधार हो। बड़े-बड़े पंडित बुलाने और भव्य साज-सज्जा से ही यज्ञ सफल नहीं होता।
उन्होंने कहा कि जब तक लोग संकल्पित होकर समाज में फैली कुरीतियों और व्यसन का त्याग नहीं करेंगे, तब तक यज्ञ का लाभ लोगों को नहीं मिल सकता। उन्होंने उपस्थित लोगों से शराब छोड़ने का संकल्प लेने को कहा। पंडित शास्त्री ने मां जगदंबा का संगीतमय भजन प्रस्तुत कर उपस्थित श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। पंडित दशरथ प्रपन्नाचार्य ने कहा कि इस दुनिया में गुरु के बिना किसी का कल्याण नहीं हो सकता, लेकिन गुरु वैसा हो जो अज्ञान रूपी अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए। यज्ञाचार्य पंडित भवेश मिश्रा, सोहन पाडेय, सुरेश पाडेय, सत्यम पाडेय, आशीष पाडेय आदि वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना में जुटे हैं।
निमियाघाट : डुमरी प्रखंड के खेजगड़ी गांव में आयोजित पाच दिवसीय 108 श्री मारुति नंदन महायज्ञ सह हनुमान प्राणप्रतिष्ठा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। शुक्रवार की सुबह से ही यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। आसपास के गांवों के सैकड़ों महिला-पुरुष एवं युवक-युवतियां 24-36 घटे का संकल्प लेकर यज्ञ मंडप की परिक्रमा कर रहे हैं। सोमवार को मंदिर में हनुमानजी की प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा की गयी।
मंडप परिसर में भगवान राम, सीता, गणेश, मा दुर्गे, भगवान शकर आदि की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गयी है। रात्रि में प्रवचन सुनने के लिए दूरदराज से लोग पहुंच रहे हैं। विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना संपन्न कराने में आचार्य टिकैत नारायण शास्त्री, वेदाचार्य धर्मेद्र नारायण शास्त्री, मनोज शास्त्री, पवन देव शास्त्री, सुनील शास्त्री आदि लगे हैं।
बेंगाबाद : देवी मंदिर, गौशाला मंदिर और हनुमत मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा को लेकर सोमवार को छोटकी खरगडीहा में कलश यात्रा के साथ नौ दिवसीय महायज्ञ शुरू हुआ। कलश यात्रा छोटकी खरगडीहा स्थित मंदिर प्रांगण से निकल कर कई गावों का भ्रमण करती हुई हरिला गांव स्थित शिवघाट पहुंची, जहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलशों में जल भरा गया। कलश यात्रा में छोटकी खरगडीहा समेत आसपास गावों की 501 महिलाओं एवं कन्याओं ने भाग लिया। छोटकी खरगडीहा में गौशाला के लिए राधाकृष्ण सह देवी और हनुमान मंदिर की स्थापना की गयी है। इसकी प्राणप्रतिष्ठा को महायज्ञ का आयोजन किया गया है। महायज्ञ को सफल बनाने को अयोध्या के काशी राम घाट से कथावाचक छोटे बापूजी को बुलाया गया है, जो मंगलवार से आठ दिन तक प्रत्येक संध्या को कथा करेंगे।