पांच रुपये में फिर मिलेगा भोजन
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : पिछले कई माह से बंद दाल-भात केंद्रों के दिन फिर बहुरने वाले हैं। इसका संच
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : पिछले कई माह से बंद दाल-भात केंद्रों के दिन फिर बहुरने वाले हैं। इसका संचालन शीघ्र ही प्रारंभ होने वाला है। इस दिशा में विभाग के स्तर से पहल शुरू कर दी गयी है। केंद्रों का संचालन शुरू होने से जहां कई महिलाओं को रोजगार मिलेगा, वहीं दैनिक मजदूर, रिक्शा चालक सहित गरीब तबके के लोग पांच रुपये में भरपेट भोजन कर सकेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री दाल-भात योजना के तहत जिले में 17 दाल-भात केंद्र खोले गए थे, जिनमें पांच केंद्र जिला मुख्यालय और 1-1 केंद्र प्रत्येक प्रखंड मुख्यालय में चल रहे थे। इन केंद्रों में 5 रुपये में एक समय भरपेट भोजन कराने की व्यवस्था थी, लेकिन कतिपय कारणों से गत वर्ष से केंद्रों का संचालन बंद है।
इन केंद्रों का संचालन एक बार फिर शुरू करने की दिशा में पहल की जा रही है। 1-2 दिन में केंद्रों का संचालन प्रारंभ हो सकता है।
गरीब- मजदूरों को होगी सुविधा
केंद्रों का संचालन शुरू होने से रिक्शा चालकों, मजदूरों सहित विभिन्न कामों से जिला व प्रखंड मुख्यालय आने वाले गरीब तबके के लोगों को काफी सुविधा होगी। वे 5 रुपये में दोपहर का भोजन कर सकेंगे। इसके अलावा केंद्रों का संचालन करने वाली स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं भी इससे लाभान्वित होंगी। चूंकि केंद्रों के संचालन की जिम्मेवारी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को दी जाती है।
अपने से भी क्रय कर सकते चावल
इस बार केंद्रों के संचालक खुद से भी चावल का क्रय कर सकते हैं, जबकि पूर्व में संचालकों को विभाग की ओर से एक रुपये की दर से निर्धारित मात्रा में चावल मुहैया कराया जाता था। वहीं अब या तो विभाग चावल उपलब्ध कराएगा या फिर संचालक खुद इसका क्रय बाजार समिति से लाइसेंस प्राप्त दुकान से करेंगे। इसका भुगतान संचालक द्वारा बिल जमा करने के बाद विभाग करेगा।
एक केंद्र का बदलेगा स्थान
शहर में पूर्व में चल रहे एक केंद्र के स्थान में परिवर्तन किया जा सकता है। बताया गया बस पड़ाव में पूर्व खोले गए दाल-भात केंद्र को चालू नहीं किया जाएगा। इसके स्थान पर गद्दी मोहल्ला में नया केंद्र खोले जाने की बात कही जा रही है।
-----------
वर्जन
- जिले में दाल-भात केंद्रों का संचालन 1-2 दिन में शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। इस बार की व्यवस्था में थोड़ा बदलाव हुआ है, जिसके तहत विभाग की ओर से चावल उपलब्ध नहीं कराए जाने पर संचालक अपने से भी इसका क्रय कर निर्धारित दर पर सकते हैं। इसका भुगतान विभाग द्वारा संचालकों को बिल-वाउचर जमा करने के बाद किया जाएगा।
-रामचंद्र पासवान, जिला आपूर्ति पदाधिकारी।