12 सूत्री मांगों पर बीमा अभिकर्ता आंदोलित
गिरिडीह : बीमा विधेयक बिल के विरोध में देशभर में लगातार बीमा अभिकर्ताओं की ओर से विरोध प्रदर्शन किया
गिरिडीह : बीमा विधेयक बिल के विरोध में देशभर में लगातार बीमा अभिकर्ताओं की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। शनिवार को लियाफी (भारतीय जीवन बीमा अभिकर्ता संघ) की अगुआई में एलआइसी कार्यालय परिसर में विश्राम दिवस के रूप में आंदोलन शुरू किया गया।
लियाफी के अध्यक्ष शत्रुघ्न मिश्र ने कहा कि बीमा धारकों के बोनस में वृद्धि, बीमा पोलिसी में सर्विस टैक्स की वसूली, मैच्यूरिटी में आयकर लगाना, बीमा अधिनियम 1938 के अनुच्छेद 44 से छेड़छाड़ की कोशिश, अभिकर्ता विरोधी प्रावधान, ग्रेच्यूटी की न्यूनतम सीमा दस लाख रुपये करना सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर देश भर में लियाफी की अगुआई में पूर्ण विश्राम दिवस के साथ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बीमा अभिकर्ता असंगठित हैं जिनका लाभ उठाने की कोशिश प्रबंधन स्तर से हो रही है। सरकार निवेशकों के हित की अनदेखी करने पर भी आमादा है। बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 26 फीसद से बढ़ा कर 49 फीसद करना अभिकर्ताओं के लिए घातक कदम है।
विश्राम दिवस आंदोलन में बीमा अभिकर्ता के अलावा शाखा के सभी एनसीएम, बीएम, डीएम एवं सीएम क्लब के साथियों ने भी विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर प्रदीप कुमार सिन्हा, बीके राय, गोपाल कुमार, रामानंद कुमार, उमेश कुमार, उमाकांत बाजपेयी, अरुण कुमार, छोटेलाल साहू, मो. फिरोज आलम, राजकुमार शर्मा, नौशाद आलम आदि उपस्थित थे।