खौफ और ठंड पर भारी पड़ा उत्साह
गिरिडीह : उत्साह, उमंग, जज्बे के आगे नक्सलियों का खौफ और पौष माह की हाड़ कंपाने वाली ठंड भी नतमस्तक ह
गिरिडीह : उत्साह, उमंग, जज्बे के आगे नक्सलियों का खौफ और पौष माह की हाड़ कंपाने वाली ठंड भी नतमस्तक हो गई। न किसी का डर और न ठंड में ठिठुरन की परवाह। सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों पर वोट देने उमड़ी मतदाताओं की भीड़ कई संकेत दे गई। संकेत यह कि लोकतंत्र में सबसे बड़े अधिकार के प्रति जनता अब जाग गई है। चाहे जितनी बाधाएं आएं, सभी को पार कर जनता अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूत बनाएगी और अपने पसंद के जनप्रतिनिधि चुन क्षेत्र के विकास की नई गाथा लिखेगी।
मंगलवार को धनवार विस क्षेत्र में संपन्न मतदान के दौरान बूथों पर वोट देने के लिए मतदाताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। प्राय: सभी बूथ पर सुबह से ही मतदाताओं की कतार लगने लगी थी। उनमें युवा मतदाता से लेकर वृद्ध, निश्शक्त और महिलाएं भी शामिल रहीं। सभी उत्साह और उमंग के साथ कड़ाके की ठंड में भी वोट देने आए।
वोट देने के लिए कतार में खड़े लोगों ने कहा कि पांच साल बाद हमें अपना जनप्रतिनिधि चुनने का मौका मिलता है। ऐसे में भला इस मौके को हम कैसे गंवा दें। हमलोग लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने आए हैं।
कहा कि यदि हम अभी मतदान कर अच्छे प्रतिनिधि का चुनाव नहीं करेंगे तो पांच साल तक पछताना पड़ेगा। इसलिए पांच साल तक पछताने से अच्छा है कि थोड़ा कष्ट उठाकर वोट दिया जाए।
बता दें कि धनवार विस क्षेत्र में गावां और तिसरी जैसे उग्रवाद प्रभावित एवं घनघोर जंगली इलाका भी आता है। ठंड भी काफी पड़ रही है। इसके बाद भी लोगों उत्साह के साथ वोट डाला। इसमें महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं और कई किमी पैदल चलकर वोट देने गयीं।
मतदान में व्यवधान डालने पर छह गिरफ्तार : उपायुक्त डॉ. मुकेश कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में पहले चरण का मतदान धनवार विस क्षेत्र में शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। मतदान के दौरान व्यवधान उत्पन्न कर रहे छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिले के अन्य विस क्षेत्रों में शांतिपूर्वक निष्पक्ष चुनाव कराना प्रशासन का दायित्व है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक क्रांति कुमार गड़िदेशी, डीपीआरओ बीपी कुशवाहा आदि भी उपस्थित थे।
दस बूथ से हुआ सीधा प्रसारण : जिला नियंत्रण कक्ष में उपनिर्वाचन पदाधिकारी एके दास, डीपीआरओ बीपी कुशवाहा सहित अन्य पदाधिकारी मुस्तैद रहे और मतदान केंद्रों की पल-पल की जानकारी लेते रहे। इस दौरान दस बूथो से वेबकास्टिंग भी की जा रही थी। ऐसे बूथों से नियंत्रण कक्ष के साथ-साथ निर्वाचन आयोग को भी मतदान प्रक्रिया आदि का सीधा प्रसारण किया जा रहा था।