राजनीतिक अस्थिरता से पिछड़ा झारखंड : हेमंत
सरिया/डुमरी (गिरिडीह) : झारखंड के पिछडे़पन का मुख्य कारण राजनीतिक अस्थिरता और अवसरवादी लोगों का सत्त
सरिया/डुमरी (गिरिडीह) : झारखंड के पिछडे़पन का मुख्य कारण राजनीतिक अस्थिरता और अवसरवादी लोगों का सत्ता पर काबिज होना है। एक निर्दलीय विधायक ने भी इसका फायदा उठाकर मुख्यमंत्री बन राज्य का बंटाधार करने में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को सरिया और डुमरी के खुद्दीसार में झामुमो प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
सरिया ताड़ी मैदान में प्रत्याशी छोटेलाल यादव के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि झारखंड राज्य का निर्माण यहां के दबे-कुचले लोगों के लंबे संघर्ष के बाद हुआ। जब तक झारखंड में झामुमो रहेगा, वे यहां के लोगों के लिए जल, जंगल और जमीन के अधिकार की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
बगोदर विधायक पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे सिर्फ सत्ता का विरोध करते हैं। इस पार्टी का पूरे देश से सफाया हो चुका है। इसलिए इसको यहां से भी साफ कर दिया जाए। प्रत्याशी छोटेलाल यादव ने कहा कि झामुमो झारखंड की माटी की पार्टी है। इसलिए झारखंड के हित और संपूर्ण विकास के लिए झामुमो को समर्थन दें।
डुमरी : उत्तराखंड के खुद्दीसार में झामुमो प्रत्याशी जगरनाथ महतो के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा के लोग सपनों के सौदागर हैं। उसे यहां से खदेड़कर भगाना होगा। उन्होंने कई कानूनों में बदलाव किया ताकि स्थानीय लोगों को फायदा मिले। केंद्र सरकार ऐसी नीति बना रही है जिससे यहां की खदान निजी कंपनियों के हाथों में चली जाए। अगर भाजपा इसमें सफल हो गई तो यहां के कई लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
कहा कि अगर झामुमो की सरकार बनी तो पहले 8 माह के अंदर एक लाख बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने संताली भाषा में भी लोगों को संबोधित कर क्षेत्र-राज्य के विकास और खुशहाली के लिए समर्थन मांगा। प्रत्याशी जगरनाथ महतो ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में विकास के कई काम किए। सभा की अध्यक्षता मथुरा सोरेन ने की जबकि संचालन बरकत अली ने किया। इस दौरान पूर्व उपप्रमुख किशोरी पाठक एवं दौलत वर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ झामुमो की सदस्यता ग्रहण की। सभा को जिप सदस्य भोला सिंह, कैलाश चौधरी, डेगनारायण महतो आदि ने भी संबोधित किया।