पुलिस के हत्थे चढ़े तीन साइबर अपराधी
फोटो : 23 जीआरडी 1
-यूपी, महाराष्ट्र, सिक्किम समेत उत्तर-पूर्वी राज्य थे निशाने पर
-एटीएम धारकों को लाखों रुपये की लगा चुके चपत
-ताराटांड़ में भारी मात्रा में सीम कार्ड, मोबाइल, वोटर आइकार्ड बरामद
-पुलिस ने गिरोह के दो खाते किए सील
- गिरिडीह पुलिस ने सिक्किम पुलिस से साधा संपर्क
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : जिला पुलिस ने ताराटांड़ थाना के पंडरी स्थित एक मोबाइल रिचार्ज दुकान में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को धर दबोचा। दुकान से बड़ी संख्या में फर्जी वोटर कार्ड, सिम के अलावा एटीएम के पिन नंबर की लंबी लिस्ट जब्त की गई है। आरोपियों की निशानदेही पर अहिल्यापुर इलाके के सुरेंद्र वर्मा को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोग मनी ट्रांजेक्शन का टारगेट झारखंड को नहीं बनाते थे, निशाने पर यूपी, महाराष्ट्र, सिक्किम समेत उत्तर-पूर्व में रहने वालों को लिया करते थे। पुलिस ने बैंक ऑफ इंडिया में खुले अपराधियों के दो खातों को सील कर दिया है। इन खातों से 18-20 लाख रुपये तक की लेनदेन हुई है।
डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि ताराटांड़ के थानेदार नवल प्रसाद को गुप्त सूचना मिली कि पडरी में मोबाइल दुकान चलाने वाले जमडीहा निवासी संजय राणा व मुकेश राणा के पास काफी एटीएम कार्ड के नंबर व फर्जी वोटर कार्ड हैं। एसपी क्रांति कुमार गडि़देशी के निर्देश पर तत्काल छापेमारी की गयी तो दुकान से भारी संख्या में फर्जी वोटर कार्ड, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड के नंबरों की सूची मिली। छापेमारी में इंस्पेक्टर अनूप कर्मकार व अहिल्यापुर के थानेदार पृथ्वीसेन दास भी थे। अपराधियों की निशानदेही पर अहिल्यापुर थाना के बुधूडीह गांव से सुरेंद्र कुमार वर्मा को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि मुकेश राणा ने फूलची में बैंक ऑफ इंडिया की शाखा एवं सुरेंद्र ने अहिल्यापुर की शाखा में खाता खोला। खातों से 18-20 लाख रुपये की लेनदेन की गयी। अपराधियों के मुताबिक वे खुद को बैंक अधिकारी बताकर एटीएम धारकों को फोन कर कहते कि आप का एटीएम कार्ड निरस्त हो चुका है। नया इश्यू करने के लिए पिन नंबर बताएं। नंबर पता चलते ही उस व्यक्ति के एटीएम कार्ड से राशि की निकासी कर ली जाती थी।
डीएसपी ने बताया कि गिरोह का मास्टमाइंड ताराटांड़ थाना के झितरी निवासी एक व्यक्ति है। उसके साथ जामताड़ा जिला के कई अपराधियों की तलाश की जा रही है। बताया कि अपराधी एयरटेल मनी, पीटीएम, पीएम रिचार्ज, पे फार इंडिया, फ्री चार्ज, वोडाफोन आदि के साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रुपया का ऑन लाइन ट्रांजेक्शन अपने खातों में कर लेते थे। एक दिन में 40-40 हजार रुपये की निकासी एटीएम धारकों के खातों से की जाती थी। अपराधियों से पता चला कि वे झारखंड के खाताधारकों को अपने टारगेट में नहीं लेते थे। बाहरी प्रदेश के लोगों को ही चपत लगाते थे। डीएसपी ने बताया कि सील किए गए खातों का सत्यापन किया जा रहा है। सिक्किम पुलिस भी संपर्क में है।