बनने के साथ ही टूटने लगी सड़क
जासं, गिरिडीह : विकास योजनाओं में किस कदर लूट मची है, इसका जीता जागता उदाहरण शहर के मकतपुर-अरगाघाट रोड है। सड़क बनने के साथ ही न केवल उखड़ने लगी है, बल्कि पूर्व की स्थिति से भी बदतर हो गयी है। इसी के साथ नप पर भी अंगुली उठने लगी है। सड़क निर्माण की जांच और कार्रवाई की मांग भी हो रही है।
बताया जाता है कि नगर पर्षद द्वारा लाखों की लागत से करीब 10-15 दिन पूर्व ही उक्त सड़क का निर्माण कराया गया है। सड़क निर्माण में प्रावधानों की जमकर अनदेखी की गयी है। प्राक्कलन के अनुसार काम नहीं कराने के कारण इसकी गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित हुई है। यही वजह है कि चंद दिन में ही सड़क दम तोड़ने लगी है। आलम यह है कि सड़क पर जगह-जगह गिट्टी निकलकर जमा होने लगी है। देखने पर लगता है जैसे सड़क पर ऐसी ही ऊपर से गिट्टी डाल दी गयी है। बनने के साथ ही सड़क की हो रही यह दुर्दशा को देख स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है।
इस बाबत मोहल्ले के रजनीकांत वर्मा ने बताया सही से काम नहीं कराया गया है। इसलिए एक बारिश में ही सड़क की स्थिति दयनीय हो गयी है। राजेश कुमार वर्णवाल ने बताया कि सड़क निर्माण में काफी अनियमितता बरती गयी है। ठेकेदार को कई बार सही से काम कराने की बात कही गयी, लेकिन उसने नहीं माना। प्रदीप कुमार यादव ने कहा कि सड़क निर्माण में अलकतरा का उपयोग नहीं किया गया है, इसलिए गिट्टी उखड़ने लगी है। संदीप कुमार ने कहा कि इसकी जांच व कार्रवाई होनी चाहिए। बिल भुगतान पर विभाग रोक लगाए। टिंकू केसरी ने बताया कि सड़क निर्माण में बरती जा रही अनियमितता की शिकायत कई बार नगर पर्षद से की गयी, विभाग का कोई आदमी इसे देखने तक नहीं आया। वहीं कई अन्य लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि विभाग की मिलीभगत से ही इतना घटिया काम कराया गया है। यही वजह है कि शिकायत के बाद भी अनियमितता और मनमानी पर रोक नहीं लगायी गयी।
- सही तरीके से सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। संवेदक को बार-बार गुणवत्ता के साथ काम करने की हिदायत देने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ। इस कारण सड़क टूटने लगी है। संवेदक को अभी कोई भुगतान नहीं हुआ है। साथ ही उसे पुन: सड़क दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है।
श्रवण कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद।