नागार्जुन कंपनी की मारी, जनता बेचारी
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : शहरी जलापूर्ति परियोजना की पूर्व एजेंसी नागार्जुन कंस्ट्रक्शन की कारगुजारियों का खामियाजा अब शहर वासियों को भुगतना पड़ रहा है। शहर में लगभग 6 किमी लंबी मिसिंग पाइप लाइन के कार्य में तकनीकी बाधा आड़े आ रही है। सरकार ने काफी जद्दोजहद के बाद यहां मिसिंग पाइप लाइन की एक नयी परियोजना की स्वीकृति गत वर्ष दी गयी थी। पहले बरसात फिर ठंड और अब गर्मी का मौसम बीत रहा है लेकिन मिसिंग पाइप लाइन का काम पटरी पर नहीं आ पाया है।
विभागीय अधिकारियों ने जलापूर्ति पाइप लाइन कनेक्शन के लिए पूर्व की एजेंसी नागार्जुन कंस्ट्रक्शन पर नाकामी का ठिकरा फोड़ा है। अधिकारियों का कहना है कि कनेक्शन में पाइप के साइज में एकरूपता नहीं रखा गया है जिससे मिसिंग प्वाइंट में नया कनेक्शन में काफी परेशानी हो रही है। वहीं शहर के कई इलाके ऐसे भी है जहां जलापूर्ति के लिए आधारभूत संरचना भी तैयार नहीं है।
बताया जाता है कि शहर के वार्ड संख्या 25 से 30 तक छह वार्ड में बीते कई वर्षो से जलापूर्ति की समस्या नासूर बनी हुई है। इस बार मिसिंग पाइप लाइन परियोजना की स्वीकृति के बाद उक्त वार्ड में आशा की किरण जगी थी लेकिन अब तक वहां पाइप लाइन का काम पूरा नहीं हो पाया है।
इधर वार्ड 16 के अरगाघाट रोड में मंगलवार को जब मिसिंग लिंक का काम शुरू किया गया तो पाइप लाइन साइज को लेकर कार्य स्थल में तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गयी। मौके पर विभागीय अभियंता चंद्रिका राम, संवेदक रतन गुप्ता आदि ने बताया कि मिसिंग पाइप लाइन को चिन्हित करना सबसे बड़ी चुनौती है। शहर के अधिकांश स्थानों में काम चल रहा है। पाइप लाइन के विस्तार की योजना अलग से ली जा रही है। अधिकांश स्थानों में पाइप लाइन विस्तार की मांग है जो सरकार के वित्त विभाग की स्वीकृति के प्रत्याशा में लंबित है।
वार्ड 16 के सामाजिक कार्यकर्ता अजय कांत झा ने बताया कि उनके वार्ड में बीते एक माह से पेयजल संकट ने भयावह रूप ले रखा है। मिसिंग पाइप लाइन काम शुरू होने से लोगों में खुशी है। इस दौरान वहां पूर्व वार्ड पार्षद सुधीर बनर्जी, बसपा नेता शिवकुमार दास, कांग्रेस के यमुना शर्मा, जय हिंद सेना के अवध पंडा आदि ने पूर्व की एजेंसी के कार्य पर भारी नाराजगी जताई।