पेज वन-माले प्रत्याशी पर गिरफ्तारी का खतरा
फोटो : 19 जीआरडी 9,11, 22,
-नगर थाने से राजकुमार यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट
-राह तकते रहे समर्थक, यादव नामांकन को नहीं पहुंचे
-कोडरमा लोस सीट के प्रत्याशी पर धनवार में भी दर्ज है दो मुकदमा
प्रमोद चौधरी, गिरिडीह
कोडरमा लोकसभा सीट से भाकपा माले के प्रत्याशी राजकुमार यादव को पुलिस ढूंढ रही है। यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट है। पंचायत चुनाव में नामांकन से रोकने को लेकर नगर थाना में यादव के खिलाफ यहां प्राथमिकी दर्ज है। इसी मामले में गैर जमानती धारा के तहत उनके खिलाफ वारंट जारी है। इस बीच पूर्व घोषणा के बावजूद यादव यहां बुधवार को जिला मुख्यालय में नामांकन का पर्चा भरने नहीं पहुंचे। जबकि उनके समर्थक उनकी राह ताकते रहे। हालांकि तकनीकी कारणों से पर्चा नहीं भरने की जानकारी यहां माले विधायक विनोद सिंह ने दी।
एसपी क्रांति कुमार गड़िदेशी ने बुधवार को दैनिक जागरण को बताया कि धनवार थाने में माले प्रत्याशी राजकुमार यादव के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। सीओ का वाहन व पुलिस का वाहन जलाने की अलग-अलग प्राथमिकी है। दोनों मामले अनुसंधान के अधीन है। जबकि यहां नगर थाना में वर्ष 2010 में पंचायत चुनाव के दौरान राजकुमार यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। एसपी ने बताया कि नामांकन के दौरान किसी प्रत्याशी को रोकने के मामले में यादव पर गैरजमानती धारा के तहत मुकदमा है। इसी मामले में यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी है। पुलिस यादव को ढूंढने में लगी है। नामांकन करने आएगा तो वारंट का तामिला किया जाएगा।
इधर कोडरमा लोकसभा सीट के लिए बुधवार को माले प्रत्याशी राजकुमार यादव के नामांकन पर्चा दाखिल करने की घोषणा माले ने पूर्व में ही की थी। 12-15 वाहनों से कार्यकर्ता यहां समाहरणालय के बगल स्थित झंडा मैदान में दोपहर बारह बजे ही पहुंच चुके थे। विधायक विनोद सिंह व मासस विधायक अरूप चटर्जी भी पहुंचे हुए थे। जबकि समाहरणालय में अन्य दिनों की अपेक्षा पुलिस चौकसी की काफी कड़ी व्यवस्था थी। डीएसपी पूज्य प्रकाश, इंस्पेक्टर एसडी पांडेय व थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह दल बल के साथ घंटों समाहरणालय परिसर में मंडराते रहे। क्यूआरटी के जवानों की संख्या में काफी थी। इस चौकसी को माले प्रत्याशी राजकुमार यादव की गिरफ्तारी से जोड़ा जा रहा था। नामांकन की अवधि दोपहर तीन बजे जब खत्म हुई तब पुलिस वहां से हटी। तो उधर तीन बजे तक माले कार्यकर्ता भी यादव इंतजार में जमे हुए थे। लेकिन अंत तक वे नहीं आए।
इधर गिरफ्तारी की संभावना को लेकर नामांकन की तिथि टालने के सवाल पर माले विधायक विनोद सिंह ने कहा कि नामांकन की तैयारी पूरी नहीं हो पायी थी और समय खत्म हो रहा था। तकनीकी अड़चन की वजह से बुधवार को नामांकन नहीं हो पाया। पुलिस के डर का सवाल नहीं है। ऐसे भी गरीबों के लिए आंदोलन करने वाले माले नेता व कार्यकर्ता के पीछे पुलिस पड़ी रहती है। जेल जाने का भी डर नहीं है। पूर्व में जेल से भी राजकुमार यादव चुनाव लड़ चुके हैं। विधायक ने कहा कि कोई मामला है तो पुलिस को पहले नोटिस भेजना चाहिए।