मातृभाषा दिवस पर हुई विचार गोष्ठी
गढ़वा : जन संस्कृति मंच गढ़वा के तत्वावधान में बुधवार को शहर के दीपुआं मोहल्ला स्थित टेंडर हार्ट
गढ़वा : जन संस्कृति मंच गढ़वा के तत्वावधान में बुधवार को शहर के दीपुआं मोहल्ला स्थित टेंडर हार्ट स्कूल में मातृभाषा दिवस पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी कार्यक्रम का उद्घाटन स्कूल के निदेशक एस एन पाठक ने दीप जलाकर किया। इस मौके पर पाठक ने कहा कि मनुष्य और उसके समुदाय की पहली पहचान उसकी मातृभाषा से ही होती है। अपनी मातृभाषा के सम्मान में दुनिया भर के लोग 21 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस को पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाते है और अपनी मातृभाषा के विकास का संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि यह दिवस कोई रस्म अदायगी नहीं है बल्कि अपनी मातृभाषा को बचाने की जद्दोजहद में लगे अनगिनत अनाम लोगों की कुर्बानियों की देन है। उन्होंने कहा कि मनुष्य जब दुनिया में आता हैं तो मां की गोद ही उसकी पहली पाठशाला बनती है। मां की बोली- भाषा के जरिए ही मनुष्य इस दुनिया और समाज से पहचान का रिश्ता बनाता है। मातृभाषा का महत्व किसी भी सामाजिक मनुष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है जो किसी रस्म अदायगी का मोहताज नहीं है। इस मौके पर विकास श्रीवास्तव, आरती कुमारी, स्नेहा दूबे, आसिफ अंसारी, विनय चौबे, बसंती ¨सह, सौम्या ¨सह उत्कर्ष आदि लोग उपस्थित थे।