Move to Jagran APP

विभिन्न स्कूलों में पदस्थापित 10 शिक्षकों की सेवा समाप्त

गढ़वा: 20 फरवरी की तिथि में जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक का हवाला देकर जिले के विभिन्न विद्य

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Feb 2017 05:37 PM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 05:37 PM (IST)
विभिन्न स्कूलों में पदस्थापित 10 शिक्षकों की सेवा समाप्त
विभिन्न स्कूलों में पदस्थापित 10 शिक्षकों की सेवा समाप्त

गढ़वा: 20 फरवरी की तिथि में जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक का हवाला देकर जिले के विभिन्न विद्यालयों में पदस्थापित दस शिक्षकों को सेवामुक्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है। इस आदेश पर सवाल उठने लगे हैं। जिन शिक्षकों को सेवामुक्त करने का निर्णय जिला शिक्षा स्थापना समिति द्वारा लिया गया है उनमें मध्य विद्यालय करकोमा मेराल के वरुण कुमार, मध्य विद्यालय पिपरीकला विशुनपुरा के मिथिलेश राम, कन्या मध्य विद्यालय नगर उंटारी की जयंती कुमारी, मध्य विद्यालय टंडवा गढ़वा की पुष्पा कुमारी, मध्य विद्यालय ¨सहपुर केतार के ओमप्रकाश ¨सह, मध्य विद्यालय तमगेकला रंका के आनंद प्रकाश ¨मज, मध्य विद्यालय रमकंडा के राजधन बैठा, मध्य विद्यालय नगर उंटारी की ओहमती पूनम टोप्पो, हरिजन मध्य विद्यालय गढ़वा की अनीता कुमारी तथा मध्य विद्यालय ओबरा बरडीहा में पदस्थापित शिक्षक भानु प्रताप भूषण का नाम शामिल है। जानकारी के अनुसार

loksabha election banner

20 फरवरी को जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में गैर पारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को जिन्हें प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति वर्ष 2015 के तहत पारा कोटि में अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों की अनुपलब्धता के कारण प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति नियमालवी 2012 में निहित प्रावधानों के आलोक में पारा कोटि में उपलब्ध रिक्ति के विरुद्ध उनके उच्च मेधांक के आधार पर स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था। इस नियुक्ति को विभागीय शिक्षा के क्रम में प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2014 में वर्णित कंडिकाओ के प्रतिकूल माना गया है। फलस्वरूप जिला शिक्षा स्थापना समिति द्वारा ऐसे 10 शिक्षकों की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही इन सभी सेवामुक्त शिक्षकों से संबंधित नियंत्री पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे पत्र प्राप्ति के साथ ही सेवामुक्त शिक्षक को विद्यालय कार्य विमुक्त करना सुनिश्चित करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.