सर्दी में याद न आई, गर्मी आई तब कंबल आया
सर्दी में प्रशासन के पास आवश्यकता के अनुरूप कंबल नहीं थे। अचानक बड़े पैमाने पर कंबल का स्टॉक पहुंच गया। गर्मी में कंबल कौन लेगा और करेगा क्या?
राधेरमण चौबे, नगर उंटारी (गढ़वा)। सर्दी में जब ग्रामीण क्षेत्रों से गरीब नियमित तौर पर प्रखंड कार्यालय और पंचायतों में पहुंच रहे थे तो उनके बीच वितरण के लिए सरकार और प्रशासन के पास आवश्यकता के अनुरूप कंबल नहीं थे। लोगों ने जैसे-तैसे काम चलाया और अब इधर आना भी बंद कर दिए तो अचानक बड़े पैमाने पर कंबल का स्टॉक पहुंच गया। अब सवाल है कि गर्मी में कंबल कौन लेगा और करेगा क्या? हालांकि सरकारी कामकाज का यह कोई नया सलीका नहीं है। ऐसे दर्जनों मामले उदाहरण बनकर आम लोगों के सामने खड़े हैं।
जिला प्रशासन ने 21 फरवरी को 1701 कंबल नगर उंटारी प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराया है। कड़ाके की ठंड के बीच 11 दिसम्बर 2016 को मात्र 1526 कम्बल ही उपलब्ध कराए गए थे, उस दौरान कंबलों की कमी पड़ गई थी।
सर्दी के मौसम में प्रतिदिन कई बुजुर्ग कंबल की आस लिए प्रखंड कार्यालय पहुंचते थे और वापस लौट जाते थे। जनप्रतिनिधियों की चौखटों से भी गरीब और असहाय लौटते रहे। सभी को कंबल नहीं मिला। दिसंबर में सभी जनप्रतिनिधियों को मिलाकर 306 कंबल बंटे थे। फिलहाल जो कंबल प्रखंड कार्यालय को प्राप्त हुए हैं उनके वितरण में कम से कम 10 दिनों का समय लगेगा और इस प्रकार मार्च महीने तक कंबल वितरित होंगे।
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दिसम्बर में बंटे कंबल
पंचायत का नाम संख्या
कुम्बा 90
विलासपुर 70
हलीवन्ता 85
पिपरडीह 75
चितविश्राम 105
नरही 80
कुशडंड 100
हुलहुला 75
गरबांध 85
भोजपुर 70
कधवन 60
कोलझिकी 65
जंगीपुर 45
चेचरिया 60
अहिरपुरवा 30
नगर 60
पाल्हे 45
पुरैनी 10
रक्शा 5
विशुनपुर 5।