सत्संग से मानव जीवन में जगता है भक्ति व प्रेम
नगर उंटारी : परम प्रेम मय युग पुरुषोत्तम श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद जी के अनुयायियों द्वारा जंगीपुर म
नगर उंटारी : परम प्रेम मय युग पुरुषोत्तम श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद जी के अनुयायियों द्वारा जंगीपुर में सत्संग का आयोजन किया गया । इसका शुभारंभ शंख ध्वनि, वंदे पुरुषोत्तम ध्वनि, संध्याकालीन प्रार्थना के साथ किया गया। इसके बाद सत्यानुसरण पाठ, नारी नित पाठ, श्रीरामचरित मानस पाठ किया गया। भजन कीर्तन कार्यक्रम में डा. कृति सुंदर लाल, डा. धृति सुंदर लाल व अन्य महिलाओं के द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया। इष्ट चर्चा कार्यक्रम में अखिलेश प्रसाद ने ईश्वर के प्रत्येक युग में अवतार का वर्णन करते हुए कहा कि जब जब धर्म की हानि होती है तब तब प्रभू नर रूप में अवतार लेकर धर्म की रक्षा करते है। शक्ति दास सिन्हा ने कहा कि सत्संग उन्नति की प्रथम सीढ़ी है। सत्संग से मानव जीवन में भक्ति, प्रेम, दया आती है। सत्संग में संतों का समागम होता है। ईश्वर के चर्चा से मन ईश्वरमुखी आ जाता है। भक्तों द्वारा दिये गये फूल फल को इश्वर सगुण के रूप में ग्रहण करते है। दीक्षा लेकर सत्संग करने व कराने से मनुष्य अध्यात्म के क्षेत्र में दक्ष हो जाता है। विजय नंदन सिन्हा ने कहा कि सत्संग से मानव कल्याण हेतु शिक्षा दी जाती है। इस अवसर पर रामनरेश प्रसाद, मिथिलेश प्रसाद, राजकुमार, डा. सोनालिका, कविता, हेमवंती मिश्रा, नंदकिशोर मेहता, नंदू, आनंद ¨सह, अनिता देवी, संजय मेहता, ¨वदा देवी सहित डालटनगंज, नवीनगर आदि जगहों से आए श्रद्धालु शामिल हुए।