राधा आदिशक्तिस्वरूपा हैं : विद्या भास्कर
नगर उंटारी : राधा आदिशक्तिस्वरूपा हैं। रुकमणी जो भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी हैं, उनके होते हुए भी भ
नगर उंटारी : राधा आदिशक्तिस्वरूपा हैं। रुकमणी जो भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी हैं, उनके होते हुए भी भगवान श्रीकृष्ण के वामभाग में राधिका के रूप में स्वयं आदि शक्ति विराजमान हैं । उक्त उद्गार बंशीधर मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर चल रहे भागवत कथा प्रवचन में जगत गुरु विद्या भास्कर जी महाराज ने कही। उन्होंने राधारानी के स्वरूप पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राधारानी के विषय में तमाम धर्मग्रंथों, उपनिषद, पुराण आदि महाग्रंथों में आदि शक्तिस्वरूपा, राधिका रानी मइया का व्याख्यान मिलता है। इतना व्याख्यान मिलने के बाद भी आत्मसंतुष्टी प्राप्ति हेतु विभिन्न धर्मगुरुओं द्वारा यह खोज की जा रही है कि आदि शक्ति महाकाली, महालक्ष्मी, सरस्वती स्वरूपा हैं या कोई और शक्ति। उन्होंने कहा कि धर्मग्रंथों में इन्हीं आदिशक्तियों का व्याख्यान मिलता है। यह तर्क बार बार लोगों के जेहन में उठता है कि भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी स्वरूपा मां रुकमणी को ग्रहण करने के बाद ही राधिका जी ही क्यों विराजमान रहती हैं। कुछ धर्मगुरु इतना तक प्रमाण देते हैं कि राधा व कृष्ण दो शरीर केवल ²श्य मात्रा हैं, परंतु वास्तव में एक ही है। इसके प्रमाण यहां तक मिलते हैं कि मां रुकमणी भगवान श्रीकृष्ण को गर्म दूध पान करा दी तो आदिशक्ति स्वरूपा राधिका रानी के मुख से हृदय तक छाले पड़ गये। इससे उपरोक्त प्रमाण भी काफी हद तक सही साबित प्रतीत होता है।