रमना में बीएसएनएल सेवा बदहाल
रमना : प्रखंड मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में सरकारी दूर संचार व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी
रमना : प्रखंड मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में सरकारी दूर संचार व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। भारत संचार निगम लिमिटेड की सेवा रमनावासियों को पिछले छह सालों से नहीं मिल रही है। स्थिति यह है कि लैंडलाइन तथा मोबाइल के ग्राहक रमना में ढूंढे नहीं मिलता है। 90 के दशक में रमना में बीएसएनएल की संचार सेवा शुरू हुई थी। उस समय लगभग 800 लैंडलाइन फोन घरों में लगे हुए थे। एक दर्जन से अधिक पीसीओ भी संचालित हो रहा था। जिससे कई लोगों की रोजी-रोटी चलती थी। निजी संचार कंपनियों के बाजार में आते ही बीएसएनएल की सेवा गायब होती गई। रमना में अब सिर्फ बीएसएनएल का टावर खड़ा रह गया है। आम लोगों की कौन कहे किसी भी सरकारी संस्थान में बीएसएनएल के लैंडलाइन फोन नहीं है।
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नहीं मिलता है सिम और रिचार्ज
ं बीएसएनएल सेवी की दुर्दशा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब किसी दुकान में रिचार्ज कूपन, सिम आदि नहीं मिलता है। फलत: लोगों ने बीएसएनल का सिम खरीदना व रखना बंद कर दिया है।
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-प्रखंड में बीएसएनएल की सेवा अब लोगों को नहीं मिल रही है। छह साल से सेवा ठप रहने के कारण लोग अब लोग बीएसएनल को भूल चुके हैं।
फोटो - 30 रवींद्र कुमार रमना।
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कभी रमना में बीएसएनल की सेवा घर घर थी, परंतु आज ऐसी स्थिति नहीं है। प्रशासनिक व विभागीय उदासीनता के कारण रमना में बीएसएनएल का सिर्फ ढांचा बच गया है
फोटो- 31 मनोज कुमार गुप्ता।
- व्यवस्था की लापरवाही के कारण बीएसएनएल सेवा बदहाल हो गई। यह सरकारी सेवा है, इसे ठीक किया जाना चाहिए।
फोटो- 32 संजय कुमार रमना।
बीएसएनल की सेवा ठप रहना दुखद है। संचार निगम को इस दिशा में काम करना चाहिए। ग्राहक हित में सेवा को ठीक करना चाहिए।
फोटो- 33 राकेश कुमार पांडेय रमना।