गढ़वा में बिजली बहाल होने में लगेंगे 15 से 20 दिन
गढ़वा : जिले को सोननगर ग्रिड से अभी बिजली मिलने में 15 से 20 दिनों का और इंतजार करना होगा। बिहार के
गढ़वा : जिले को सोननगर ग्रिड से अभी बिजली मिलने में 15 से 20 दिनों का और इंतजार करना होगा। बिहार के सोननगर ग्रिड के पहले सासाराम के समीप आंधी तूफान के कारण बिजली के 8 टावर गिर गए हैं। इस कारण जिले को सोननगर ग्रिड से मिलने वाली बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। उत्तर प्रदेश के रिहंद ग्रिड से भी जिले को अपर्याप्त मात्रा में बिजली मिल रही है। इससे जिले में लगभग ब्लैक आउट की स्थिति है।
रिहंद ग्रिड द्वारा जिले को मात्र 25 से 30 मेगावाट बिजली दी जा रही है। इसमें से 25 मेगावाट बिजली रेलवे को ही चली जा रही है। जब रेलवे द्वारा बिजली की कम खपत की जाती है तो ऐसी स्थिति में कभी कभार लोगों को बिजली मिल पा रही है। मालूम हो कि जिले को कुल 50 मेगावाट बिजली की जरूरत है।
इस संबंध में पूछे जाने पर ऊर्जा निगम के कार्यपालक अभियंता केके ओहदार ने बताया कि गढ़वा जिले को बिहार के सोननगर एवं उत्तर प्रदेश के रिहंद ग्रिड से बिजली मिलती है। बिहार में आधी-तूफान से विद्युत टावर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में टावर को ठीक करने का काम कितने समय में पूरा होगा यह कह पाना संभव नहीं हैं। आशा जताई जा रही है कि 15 से 20 दिनों में सोननगर से आपूर्ति सुचारू हो जाएगी। तब तक निगम द्वारा किसी प्रकार रिहंद से प्राप्त बिजली को मैनेज कर आपूर्ति की जा रही है। हालांकि हमारा प्रयास है कि रंका को दो-तीन दिनों के अंदर पलामू से जोड़ दिया जाए। इससे रंका को सुचारू रूप से बिजली मिलने लगेगी। यदि पलामू से सहमति बनती है तो वैकल्पिक तौर पर हम रंका के माध्यम से गढ़वा को भी बिजली उपलब्ध करा पाएंगे। उन्होंने बताया कि आंधी-तूफान में गढ़वा जिले में भी लगभग 100 खंभे क्षतिग्रस्त हुए थे। उन्हें युद्धस्तर पर ठीक कर लिया गया है।
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