गढ़वा के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. वीरेंद्र तिवारी का निधन
गढ़वा : गढ़वा के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. वीरेंद्र तिवारी का शुक्रवार की सुबह निधन हो
गढ़वा : गढ़वा के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. वीरेंद्र तिवारी का शुक्रवार की सुबह निधन हो गया। गंभीर अवस्था में उन्हें रांची ले जाया जा रहा था मगर रास्ते में ही उनका निधन हो गया। रांची स्थित मेडिका में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डॉ. तिवारी के निधन का कारण हृदयगति रुकना बताया जा रहा है। वे लगभग 50 वर्ष के थे। समाचार लिखे जाने तक उनका शव गढ़वा नही पहुंच सका था। उनके निधन की सूचना पर उनके चिनियां रोड स्थित आवास पर सन्नाटा पसरा रहा। डॉ. तिवारी के निधन से जिले में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग उनके निधन से दुखी हैं। डॉ. तिवारी गढ़वा के जाने-माने चिकित्सक थे। जिले के लोगों में उनका काफी सम्मान रहा है। झासा के अध्यक्ष डॉ. एनके रजक ने डॉ. तिवारी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इसे चिकित्सा जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
-------
1990 से चिकित्सा के क्षेत्र में किया था प्रवेश
डॉ. वीरेंद्र तिवारी का नाम गढ़वा के जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ में शुमार था। उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में 1990 में प्रवेश किया था। उन्होंने पहली बार चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में अपना योगदान दिया। इस दौरान उनका स्थानांतरण चतरा के लिए हुआ। मगर बाद में वे फिर गढ़वा आ गए। 1 मार्च 2009 से 5 जुलाई 2012 तक जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी के पद पर रहे। इसके बाद सरकार द्वारा उनका स्थानांतरण पाकुड़ के लिए कर दिया गया। गढ़वा से उनका लगाव होने के कारण स्थानांतरण के बाद उन्होंने पाकुड़ में योगदान नहीं किया तथा कुछ दिनों के बाद उन्होंने वीआरएस लेकर सरकारी नौकरी छोड़ दी। इसके बाद वे लगातार रंका रोड स्थित अपने क्लीनिक से लोगों की सेवा करते रहे। डॉ. तिवारी लोगों के दिलों में बसते थे।