जेसीबी से कराया जा रहा डोभा का निर्माण
केतार : जल संचयन और मनरेगा मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर राज्य सरकार प्रत्येक राजस्व ग्
केतार : जल संचयन और मनरेगा मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर राज्य सरकार प्रत्येक राजस्व ग्राम में डोभा का निर्माण करा रहा है। लेकिन बलिगढ़ पंचायत के खोनहर गांव में डोभा का निर्माण मजदूरों से न कराकर जेसीबी से कराया जा रहा है। यह मनरेगा के गाइड लाइन के विरूद्ध है। जिले के उपायुक्त द्वारा बीडीओ, बीपीओ तथा रोजगार सेवक को लगातार डोभा निर्माण में मजदूरों से कराने का निर्देश दिया जा रहा है। लेकिन निर्देश का पालन नहीं हो रहा है। खोनहर गांव के शंभू ¨सह, महाराज साव, रामनाथ ¨सह, बचन ¨सह ने जेसीबी से डोभा का निर्माण कराया है। इधर, काम नहीं मिलने के कारण मजदूर पलायन कर रहे हैं। स्थानीय ग्रामीण सत्यनारायण यादव, सुरेंद्र यादव, मानदेव ¨सह, नंदलाल ¨सह आदि ने बताया कि डोभा निर्माण कराने वाले लाभुकों ने जेसीबी का इस्तेमाल किया है। डोभा की प्राक्कलित राशि 22 हजार 266 है। ग्रामीणों ने उपायुक्त गढ़वा से जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
पक्ष - डोभा निर्माण कार्य को देखने के बाद ही कार्य जेसीबी से हुआ है या नहीं कुछ कहा जा सकता है।
सोनू कुमार, बीपीओ केतार।
पक्ष
पक्ष-अगर डोभा का निर्माण जेसीबी से कराया गया है तो इसकी जांच कराकर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी परिस्थिति में मनरेगा में डोभा का निर्माण जेसीबी से कराने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।
जगत नारायण प्रसाद, उपविकास आयुक्त, गढ़वा।