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आश्वासन के बाद खत्म हुआ उपाध्यक्ष का अनशन

गढ़वा : नगर पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराने व अन्य समस्याएं दूर करने का आश्वास

By Edited By: Published: Fri, 28 Aug 2015 06:14 PM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2015 06:14 PM (IST)
आश्वासन के बाद खत्म हुआ उपाध्यक्ष का अनशन

गढ़वा : नगर पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराने व अन्य समस्याएं दूर करने का आश्वासन मिलने के बाद शुक्रवार को नपं उपाध्यक्ष अनिल पांडेय ने अनशन तोड़ा। पिछले तीन दिनों से वह समाहरणालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे थे। पलामू सांसद वीडी राम ने पांडेय को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।

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इस मौके पर उपायुक्त ए मुथु कुमार ने कहा कि जिन योजनाओं में अनियमितता की शिकायत करते हुए इसकी जांच कराने की मांग नगर पंचायत उपाध्यक्ष द्वारा की गई है। उन योजनाओं की जांच उप विकास आयुक्त श्रीराम तिवारी को सौंपी गई है। इस जांच दल में तकनीकी विभाग के पदाधिकारी को भी शामिल किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि जांच रिपोर्ट आते ही दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि पहले भी गढ़वा नगर पंचायत में अनियमितता की जांच को लेकर लोकायुक्त द्वारा जांच के दिए गए आदेश के आलोक में भी इसकी जांच करा रिपोर्ट लोकायुक्त को भेज दी गई है। आगे लोकायुक्त का निर्देश मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त के आश्वासन के बाद अनशन पर बैठे नपं उपाध्यक्ष ने कहा कि लोकायुक्त से मिले निर्देश के आलोक में अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा द्वारा नगर पंचायत की योजनाओं की जांच तो करायी गई। इसमें अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा महज आधे घंटे में ही 30 योजनाओं की जांच करने की औपचारिकता पूरी कर दी। उन्होंने उक्त जांच की प्रक्रिया पर सवाल उठाया तथा लोकायुक्त को भेजी गई जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की।

अन्य मांगों के संबंध में भी उपायुक्त ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि 24 घंटे के भीतर शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। इसके अलावा शहरी जलापूर्ति योजना में काम शुरू कराया जाएगा।

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प्रशासन व्यवस्था लचर, पदाधिकारियों में इच्छा शक्ति का अभाव

अनशन स्थल पर अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार की सुबह से ही डटे पलामू सांसद वीडी राम ने अनशन पर बैठे नपं उपाध्यक्ष अनिल पांडेय के साथ वार्ता के लिए पहुंचे उपायुक्त ए मुथु कुमार के समक्ष जिला प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि यहां प्रशासनिक व्यवस्था लचर तथा प्रशासनिक व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। समय रहते पदाधिकारी सुधर जाएं नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब समस्याओं से त्राहिमाम कर रही जनता इनकी पिटाई करने का काम शुरू कर देगी। सांसद ने कहा कि आखिर नपं उपाध्यक्ष को आमरण अनशन करने की जरूरत क्यों पड़ी। अगर इनके द्वारा योजनाओं की जांच कराने की मांग की जा रही थी तो प्रशासनिक स्तर से जांच में विलंब क्यो हुआ। इस पूरे प्रकरण से ऐसा प्रतीत होता है कि पदाधिकारियों में संवेदनशीलता समाप्त हो चुकी है। पदाधिकारी एक खास तबके को लाभान्वित करने के लिए पूरी जनता का नुकसान पहुंचाने की अपनी प्रवृत्ति से बाज आए। उन्होंने उपायुक्त से कहा कि गढ़वा में बाईपास सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजें वह इस पर काम करेंगे। साथ ही एनएच-75 का निर्माण कर रहे संवेदक तथा एनएच के कार्यपालक अभियंता को बुलाकर सड़क के निर्माण कार्य को पूरा कराने के दिशा में पहल करने को कहा।

इस मौके पर अलखनाथ पांडेय, गौरी शंकर तिवारी, युवा भाजयुमो के जिलाध्यक्ष राजू ¨सह, जवाहर पासवान, संजय ठाकुर, संतोष दुबे, सुरेंद्र विश्वकर्मा, वीरेंद्र दुबे, हरेंद्र दुबे, विनोद जायसवाल आदि उपस्थित थे।


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