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प्रखंड प्रमुख के पति ट्रेन में सामान बेचकर चला रहे घर

नगर उंटारी : विशुनपुरा प्रखंड प्रमुख कलावती देवी के पति आलोक प्रसाद यादव पिछले दस वर्षो से ट्रेन में

By Edited By: Published: Thu, 26 Mar 2015 11:13 PM (IST)Updated: Thu, 26 Mar 2015 11:13 PM (IST)
प्रखंड प्रमुख के पति ट्रेन में सामान बेचकर चला रहे घर

नगर उंटारी : विशुनपुरा प्रखंड प्रमुख कलावती देवी के पति आलोक प्रसाद यादव पिछले दस वर्षो से ट्रेन में घूम-घूमकर सामान बेचते हैं। इन्हें लेस मात्र भी अहम नहीं है कि इनकी पत्नी प्रखंड प्रमुख हैं। वे मेहनत क र दो जून की रोटी की व्यवस्था करने में लगे हैं। ऐसा कर वे गर्व महसूस करते हैं। उनके अनुसार क्षेत्र के लोगों की सेवा के उद्द्ेश्य से पत्नी को प्रखंड प्रमुख बनाया। परंतु अपने खानदानी पेशा से उन्होंने न तो कभी गुरेज किया और न ही आत्मग्लानि महसूस की।

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फेरी करके ही अपने छोटे भाई को इंजीनियर बनाया। आज भाई भी बी-टेक कर पंजाब में सर्विस कर रहा है। विशुनपुरा प्रखंड के पतिहारी गांव के मूल निवासी आलोक प्रसाद यादव के पिता दशरथ यादव तीन दशक से ट्रेन में घूम-घूमकर घर में बनाया हुआ पेड़ा बेचते थे। धीरे-धीरे आलोक भी अपने पिता के काम में हाथ बंटाने लगे और पिछले दस वर्ष से उन्होंने अपने पिता के काम को पूर्ण रूप से संभाल लिया है। पेड़ा बेचने में आमदनी कम होने लगी तो टार्च, खिलौना, रूमाल व अन्य इलक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर ट्रेन में बेचने लगे। प्रतिदिन आलोक को 2 सौ से 500 रुपये की आमदनी हो जाती है, जिससे पूरा घर का खर्च चलता है।

इस बीच पंचायत चुनाव का बिगुल बजा। महिला सीट आरक्षित होने के कारण उन्होंने अपनी पत्नी को बीडीसी के लिए चुनाव में खड़ा किया। पंचायतवासियों ने भरोसा जताते हुए भारी मतों से जीत दिलायी। भाग्य ने साथ दिया। प्रमुख का पद भी महिला सुरक्षित था तो प्रखंड के अन्य पंचायत समिति सदस्यों ने उन्हें प्रमुख के रूप में स्वीकार किया। आलोक पत्नी के कार्यो में कोई हस्तक्षेप नहीं करते हैं। वह स्वयं महत्वपूर्ण फैसला लेती हैं। क्षेत्र में घूमने के लिए आलोक सप्ताह में दो दिन का समय भी निकाल लेते हैं और पत्नी के साथ क्षेत्र भ्रमण करते हैं। आलोक से पूछने पर वे बड़े आत्म विश्वास के साथ कहते हैं कि मेहनत मजदूरी कर घर चलाने में शर्म कैसी। शर्म महसूस तब होती जब चोरी व बेमानी का काम करता। उन्होंने कहा कि काम कोई बड़ा व छोटा नहीं होता बशर्ते वह काम पूरी इमानदारी व निष्ठा के साथ किया जाए।

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सरकार प्रतिनिधियों पर ध्यान नहीं दे रही है। रोजी-रोटी के लिए कुछ न कुछ तो करना ही होगा। मुझे फक्र है कि मेरे पति मेहनत व इमानदारी से काम कर हमलोगों का पेट पाल रहे हैं।

कलावती देवी, प्रखंड प्रमुख विशुनपुरा।


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