धरातल पर नहीं उतर सकी पशुपालन की योजनाएं
गढ़वा : पशुपालन विभाग द्वारा 2014-15 की एक भी योजना धरातल पर अभी तक नही उतर सकी है। जबकि विभाग को व
गढ़वा : पशुपालन विभाग द्वारा 2014-15 की एक भी योजना धरातल पर अभी तक नही उतर सकी है। जबकि विभाग को विभिन्न योजनाओं की साठ प्रतिशत राशि का आवंटन बीस लाख 98 हजार नौ सौ अस्सी रुपये प्राप्त हो चुका है। इस वित्तीय वर्ष का अंतिम समय आ गया है। मगर योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं कराया जा सका है। इसके पीछे विभागीय पदाधिकारियों द्वारा चयनित लाभुकों का अंशदान नही करने को कारण बताया जा रहा है।
-कौन-कौन योजनाओं में कितने लाभुक हुए चयनित
पशुपालन विभाग द्वारा चार योजनाएं चलाई जा रही है। इसमें विधवा सम्मान योजना में 40 की जगह 24 लाभुकों का चयन किया गया है। इसमें पांच लाख 11 हजार दो सौ रुपये विभाग को प्राप्त है। इसमें प्रति लाभुक 21 हजार तीन सौ रुपये की चार बकरियां व एक बकरा मुहैया कराना है। इसी प्रकार सूकर विकास योजना में जिले के विभिन्न प्रखंडों में तीन इकाई का चयन किया गया है। इस योजना के तहत 20 नर सूकर व चार मादा सूकर मुहैया कराना है। इस योजना में सदर प्रखंड के महुलिया, रमना के मढ़वनिया तथा कांडी प्रखंड के सेमौरा के लाभुकों का चयन किया गया है। योजना में 6 लाख 42 हजार छह सौ रुपये का आवंटन विभाग को प्राप्त हो चुका है। बकरा विकास योजना के एक लाख 76 हजार पांच सौ बीस रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ है। इस योजना के लिए चार इकाई का चयन किया गया है। इनमें रमकंडा, भवनाथपुर, खरौंधी के चंदनी व सदर प्रखंड के करुआ कला के लाभुकों का चयन किया गया है। इसमें 20 बकरियां व दो बकरा लाभुकों को मुहैया कराना है। जबकि मुर्गी पालन योजना में विभाग को सात लाख 68 हजार छह सौ साठ रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ है। इसमें रमना, चिनियां प्रखंड के खुर्री व रमकंडा प्रखंड में लाभुकों का चयन किया गया है।
पक्ष---------
सभी योजनाओं में लाभुकों को अंशदान जमा करना है। तभी चयनित लाभुकों को योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। कुछ चयनित लाभुकों को नोटिस भी भेजा गया है। जबकि कुछ लाभुकों का पैसा बैंक में पड़ा हुआ है।
डा. प्रयाग रविदास, जिला पशुपालन पदाधिकारी गढ़वा।