कब निकलेगा सड़क जाम का समाधान?
गढ़वा : कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं होता, बस तबीयत से एक पत्थर तो उछालों यारों.. यह कहावत उ
गढ़वा : कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं होता, बस तबीयत से एक पत्थर तो उछालों यारों.. यह कहावत उनके लिए है, जिनके पास हौसला हो, कुछ करने की तमन्ना हो। मगर कोई हौसला खो दे या तबीयत खराब हो तो फिर कैसे कोई इनसे पत्थर उछालने एवं आसमां में छेद करने की उम्मीद करेगा। बात उठी है बाईपास ¨रग रोड की। सवाल उठना जायज है।
हकीकत है कि 23 वर्षो में भी गढ़वा को बाईपास सड़क नसीब नहीं हो सकी। क्या कारण है कि अभी तक बाईपास सड़क नहीं बन सकी? इसके लिए दोषी कौन हैं? रोज-रोज के सड़क जाम, हो रही दुर्घटनाओं का गुनाहगार कौन है? चुनावी वादे व आश्वासन वर्षो से क्यों धरे रह जा रहे? जिला बने 23 साल बीत गए। मगर एक अदद बाईपास सड़क नहीं बन सकी। ¨रग रोड का सपना तो बालू के किले की तरह ढह गया। बाईपास सड़क नहीं होने के कारण लोगों को प्रतिदिन जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। दुर्घटनाओं में मौत का दौर जारी है। मगर इसके स्थायी समाधान के प्रति कोई गंभीर नहीं दिखता। किसके हौसले पस्त हो गए ? किसने पत्थर उछालने की जरूरत नहीं समझी? पब्लिक सब जानती है। खैर इस गंभीर समस्या से निजात पाने के लिए शहर के गणमान्य नागरिकों ने कुछ सुझाव दिए हैं। यदि जनप्रतिनिधि व प्रशासन इस पर अमल करते तो बहुत हद तक गढ़वावासियों को बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है।
- हमने दिए सुझाव, अमल करे सरकार
- सड़क जाम एवं दुर्घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए सरकार एवं प्रशासन को सबसे पहले दानरो नदी तट के किनारे से अधूरे पड़े ¨रग रोड को पूर्ण कराना चाहिए। वर्तमान में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत छोटे वाहनों का परिचालन दानरो नदी के किनारे बनी सड़क को उपयोग में लाया जाना चाहिए। इसके अलावा बाईपास बनाने को ले प्रशासन व जनप्रतिनिधि दोनों गंभीर हों।
डा. मुरली प्रसाद गुप्ता, समाजसेवी, गढ़वा
- सबसे पहले शहर से गुजरने वाले वाहनों की गति सीमा 15 किलोमीटर प्रतिघंटा निर्धारित किया जाए। टै्रफिक व्यवस्था दुरुस्त हो एवं शहर के किनारे से निकलने वाली सड़कों का विस्तार किया जाना चाहिए। इससे बहुत हद तक समस्या का समाधान हो सकता है। इसके बाद ¨रग रोड व बाईपास सड़क बनाने पर गंभीरता बरते।
एनके गुप्ता, जायंट्स पदाधिकारी
- बाईपास सड़क एवं ¨रग रोड निर्माण के प्रति गंभीरता दिखाने की जरूरत है। वाहनों की पार्किंग के लिए जगह का निर्धारण, सड़क किनारे से अस्थायी अतिक्रमण हटाने आदि की व्यवस्था की जानी चाहिए। साथ ही शहर के बगल से गुजरने वाली सड़कों को विकसित कर इसके इस्तेमाल पर जोर देकर एवं टेंपो का परिचालन रूट बनाकर कराने से भी समस्या का समाधान हो सकता है।
विनोद कमलापुरी, वाईप चेयरमैन, रेडक्रास सोसाइटी, गढ़वा
- प्रशासन बड़े वाहनों के शहर के बाहर-बाहर गुजरने की व्यवस्था करे। साथ ही ¨रग रोड एवं बाईपास रोड के निर्माण के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। अन्यथा आगे भी सड़क जाम एवं दुर्घटनाओं से हमें निजात नहीं मिल सकता।
राकेश केसरी, समाजसेवी, गढ़वा -
- दानरो नदी के किनारे किनारे बनी सड़क का विस्तार कर इसे चिनियां रोड से जोड़कर ¨रग रोड का निर्माण करने की जरूरत है। साथ ही शहर की ट्रैफिंक व्यवस्था को दुरुस्त कर समस्या से बहुत हद तक निजात पाया जा सकती है।
लखन कश्यप, शिक्षक, गढ़वा
- बड़े वाहनों के शहर में प्रवेश के लिए समय निर्धारित हो। साथ ही बाईपास सड़क एवं ¨रग रोड़ का निर्माण किया जाना चाहिए। छोटे वाहनों के लिए रूट निर्धारित हो एवं बड़े शहरों की तरह टै्रफिक सेंस को विकसित करने की जरूरत है। प्रशासन को इसके प्रति गंभीर होने की जरूरत है।
अलखनाथ पांडेय, निदेशक आरके पब्लिक स्कूल, गढ़वा