मजदूरों को चार माह से नहीं मिली मजदूरी
सगमा : प्रखंड में मनरेगा योजना के तहत सड़क, बांध, तालाब निर्माण में काम करने वाले 1,386 मजदूरों की मज
सगमा : प्रखंड में मनरेगा योजना के तहत सड़क, बांध, तालाब निर्माण में काम करने वाले 1,386 मजदूरों की मजदूरी करीब 7 लाख रुपये चार माह से बकाया है। चार-चार माह से मजदूरी नहीं मिलने से मजदूरों के समक्ष कई तरह की परेशानी उत्पन्न हो गई है। नियमों के मुताबिक मजदूरी का भुगतान प्रत्येक सप्ताह में मजदूरों के खाते में कर देना है। लेकिन सगमा में सरकार के इस नियम का पालन नहीं हो पा रहा है। मजदूर बकाया मजदूरी को लेकर प्रतिदिन डाकघर व प्रखंड कार्यालय का चक्कर काटने को विवश हैं। इस संबंध में मजदूर नंदलाल यादव, कोईल राम, कलावती देवी, सुखमनिया कुंवर, मालती देवी, भुनेश्वरी देवी, मुनेश्वर राम सहित दर्जनों मजदूरों ने बताया कि सरकारी योजना में काम करने का बहुत बुरा अनुभव मिला। इन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं में काम करने का नतीजा है कि पूरा दिन काम करें और शाम में बाल बच्चों को भूखापेट सुलाएं। इसलिए सरकारी निर्माण कार्य में काम करना ठीक नहीं समझते हैं। काम करके मजदूरी के लिए चार माह से दौड़ना पड़ रहा है।
क्या कहना है मेठ का
मेठ मुखतार आलम, दिनेश यादव, राजेश बैठा आदि ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत बांध, तालाब, रोड का कार्य कराया गया है। लेकिन भुगतान समय पर नहीं मिलने के कारण काम कराने में कठिनाई हो रहा है।
1612 मजदूरों ने खोलवाया था डाकघर में खाता
प्रखंड मुख्यालय सगमा के विभिन्न गांव के 1612 मजदूरों ने सगमा डाकघर में खाता खुलवाया था। ताकि कार्य किये मजदूरी का राशि का निकासी आवश्यकता अनुसार खाता से करेंगे। लेकिन काम करने के चार माह बाद भी मजदूरों को मजदूरी नहीं दिया गया। जिसके कारण मजदूर भुखमरी के कगार पर पहुंच गये है।
क्या कहना है बीपीओ को
बीपीओ नौशाद खान ने बताया कि कार्य किये मजदूरों के मजदूरी भुगतान के लिए पिछले 4 जनवरी को ही सूची कंप्यूटर में लोड कर 6 जनवरी को डाकघर के खाते में मजदूरों का मजदूरी भेज दिया गया है। अभी तक मजदूरों का मजदूरी भुगतान नहीं होना डाककर्मियों का लापरवाही हो सकता है।
कोट-- -
विभाग के अधिकारियों ने राशि उपलब्ध नहीं कराई है। राशि उपलब्ध होते ही मजदूरों का बकाया मजदूरी का भुगतान कर दिया जायेगा।
बी शर्मा, पोस्टमाटर कटहरकला।