हटिया ग्रिड से नहीं जुड़ सका गढ़वा
गढ़वा : राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत जिले में अधूरा किए कार्य, जिले के लोगों के लिए परेशानी का सबब साबित हो रहा है।
उक्त योजना के तहत जिले के कांडी तथा मझिआंव प्रखंड में बने दो विद्युत सब स्टेशन का काम अधूरा छोड़ दिया गया है। इससे जनता में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है। स्थिति यह है कि दोनों प्रखंडों में निर्मित सब स्टेशन में लगे लाखों की मशीनें जंग खा रही हैं। इसमें अड़चन रेलवे विभाग भी है। क्योंकि पलामू जिले के रेहला ग्रिड से सीधा 33 हजार वोल्ट का तार सब स्टेशन तक पहुंचाना था। मगर आइबीआरसीएल कंपनी द्वारा अधूरा कार्य छोड़ दिया गया। रेलवे विभाग द्वारा दो जगहों पर क्रासिंग पार करने के लिए अनुमति नही दिए जाने से सब स्टेशन तक 33 हजार वोल्ट का तार नही पहुंच सका है।
-नहीं हो पा रही जिले में नियमित बिजली आपूर्ति
हटिया ग्रीड से गढ़वा के नहीं जुड़ने के कारण जिले में निर्वाध रूप से बिजली की आपूर्ति नही हो पा रही है। नतीजा है कि गढ़वा को बिहार के सोननगर तथा उत्तर प्रदेश के रेहंद पर आश्रित रहना पड़ रहा है। वहीं रेहला ग्रिड से भी बिजली की कभी-कभी कटौती जिले के लोगों के लिए कठिनायां उत्पन्न करती है।
-आश्वासन कब रंग लाएगा
राज्य के ऊर्जा मंत्री राजेंद्र सिंह भी तीन माह में गढ़वा को हटिया ग्रीड से जोड़ने की बात लातेहार में एक कार्यक्रम में कुछ दिन पहले कही है। इससे लोगों में उम्मीद की किरण जागी है। अब देखना यह है कि ऊर्जा मंत्री का आश्वासन आखिर कब रंग लाएगा।
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कांडी व मझिआंव में बने सब स्टेशन में 33 हजार वोल्ट का तार नही पहुंच सका है। इससे सब स्टेशन को चालू नही किया जा सका है। वर्तमान में सोननगर व रेहंद पर आश्रित हैं। उक्त जगहों से बिजली कटौती होने पर ही आपूर्ति बाधित होती है।
अनूप प्रसाद, एसडीओ, बिजली विभाग, गढ़वा।