रिहा होते अंडरग्राउंड हुए अगवा एचएम
गढ़वा : स्कूल से घर लौटने के दौरान गढ़वा-चिनियां मुख्य सड़क के डड़टूटी जंगल से सोमवार को अगवा हुए डंडई थाना अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय महुडंड के प्रधानाध्यापक रामप्रमोद राय मंगलवार की रात में अपहरणकत्र्ताओं के चंगुल से मुक्त होने के बाद से अंडरग्राउंड हो गए हैं। सहिजना स्थित इनके किराये के आवास पर बुधवार को सन्नाटा पसरा रहा।
प्रधानाध्यापक के संबंध में पूछे जाने पर इनके परिजनों का कहना था कि वह घर से बाहर गए हुए हैं। जानकारी के अनुसार अपहरणकत्र्ताओं के चंगुल से मुक्त होने के बाद श्री राय से मंगलवार की देर रात तक पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार झा की गोपनीय शाखा में पुलिस पदाधिकारियों द्वारा पूछताछ की गई। पुलिस सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार प्रधानाध्यापक के अपहरण की घटना के पीछे महुडंड गांव की ही एक महिला के साथ इनका संबंध होने की बात सामने आई है। हालांकि इस पूरे मसले पर पुलिस अधिकारी खुलकर बात करने से कतरा रहे हैं। इधर इस बात को लेकर मंगलवार की रात से ही चर्चा का बाजार गर्म है कि दो लाख रुपये बतौर फिरौती देने के बाद ही प्रधानाध्यापक राम प्रमोद राय की रिहाई संभव हो सकी है। चर्चा के अनुसार इनकी रिहाई के लिए दो लाख रुपये का इंतजाम श्री राय के रिश्तेदार तथा इनके कुछ शिक्षक मित्र द्वारा किया गया। प्रधानाध्यापक के रिहा होने की पुष्टि के दौरान ही मंगलवार की रात पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार झा द्वारा प्रधानाध्यापक के अगवा किये जाने के पीछे की पूरी कहानी का शीघ्र ही खुलासा किये जाने की बात कही गई है। इधर शिक्षक समुदाय में भी बुधवार को सारा दिन प्रधानाध्यापक राम प्रमोद राय का अगवा होने से लेकर इनकी रिहाई होने की अलग-अलग कहानी सुनने और सुनाने का दौर चलता रहा। अब देखना होगा कि पुलिस की ओर से प्रधानाध्यापक राम प्रमोद राय का पहले अपहरण तथा बाद में हुई रिहाई मामले में क्या खुलासा किया जाता है।
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प्रधानाध्यापक के अगवा करने वाले छह अपराधियों की पहचान कर ली गई है। अपहरण की घटना में महुडंड गांव के कुछ स्थानीय लोग भी शामिल थे। इनका अपहरण फिरौती के लिए किया गया था। पुलिस अपहरण की घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
सुधीर कुमार झा, पुलिस अधीक्षक, गढ़वा।
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प्रधानाध्यापक द्वारा विभाग को न तो अपना अपहरण और न ही अपहरण से मुक्त होने की सूचना दी गई है। विभाग फिलहाल इन्हें कार्य से अनुपस्थित मान रहा है। उनका आवेदन आने के बाद ही विभाग की ओर से किसी प्रकार के कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
अरविंद कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक, गढ़वा।