स्नातकोत्तर के पाठयक्रमों की होगी समीक्षा
दुमका : स्नातकोत्तर सत्र 2017-18 के पाठ्यक्रम को रोजगारोन्मुखी व रुचिकर बनाने के लिए विषयवार समिति क
दुमका : स्नातकोत्तर सत्र 2017-18 के पाठ्यक्रम को रोजगारोन्मुखी व रुचिकर बनाने के लिए विषयवार समिति का गठन किया गया है। कुलपति के ओएसडी राजकुमार झा ने सोमवार को बताया कि राजभवन, यूजीसी के आदेशानुसार व वर्तमान समय को ध्यान में रखकर ही स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की समीक्षा की जाएगी। पाठ्यक्रम समीक्षा के लिए प्रत्येक विषय के विभागाध्यक्ष, संबंधित विषय के एक व्याख्याता, स्नातक के एक शिक्षक व एक विषय विशेषज्ञ शामिल रहेंगे। जो पाठ्यक्रम को मौजूदा स्थिति व दूसरे विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों से तुलना करेंगे। इसके बाद ही नये पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे। पाठ्यक्रम समीक्षा के दौरान स्थानीय परिवेश व भौगोलिक क्षेत्र का भी ध्यान रखा जाएगा।
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नए पाठ्यक्रमों से मिलेगा रोजगार
स्नातकोत्तर के नये पाठ्यक्रम बनाने का मतलब साफ है कि वर्तमान समय में पीजी उत्तीर्ण करने के बाद भी अधिकांश छात्र-छात्राओं को रोजगार नहीं मिल पाता है। इस कारण शिक्षित बेरोजगारों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए केंद्र व राज्य सरकार ने ऐसा पाठ्यक्रम बनाने का निर्देश दिया है, जिससे पढ़ने के बाद छात्र कम से कम बेरोजगार रहे।