आधा दर्जन वारदातों में शामिल नक्सली दीपक उर्फ कांया गिरफ्तार
आधा दर्जन नक्सली वारदातों में शामिल दीपक सिंह उर्फ कांया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, दुमका : गोपीकांदर, काठीकुंड और रामगढ़ में आधा दर्जन नक्सली वारदातों में शामिल दीपक सिंह उर्फ कांया को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस को काफी लंबे समय से उसकी तलाश थी।
शनिवार को वह गोपीकांदर की कुंडापहाड़ी अपने घर आया था। इसकी सूचना एसपी को मिली। उसके बाद पुलिस उसकी गिरफ्तारी को रेस हो गई। उसे उसके घर से दबोच लिया गया। हालांकि गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से कुछ खास बरामद नहीं हुआ है।
पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। दीपक हार्डकोर नक्सली पीसी दी का भतीजा है। रविवार को पुलिस उपाधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने जानकारी दी कि शनिवार को एसपी मयूर पटेल कन्हैया लाल को दीपक के उसके गांव में होने की गुप्त सूचना मिली थी।
पता चला था कि 22 वर्षीय नक्सली दीपक अपने घर आया है। इसके बाद जिला पुलिस बल और एसएसबी के जवानों ने पूरे गांव को घेर लिया। उसे उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
2014 में नक्सली दस्ते में शामिल हुआ था दीपक
दीपक जनवरी 2014 में ताला और विजय दा के दस्ते में शामिल हुआ था। इसके बाद उसे महुआगढ़ी में हर तरह का प्रशिक्षण दिया गया। दीपक को उसकी बुआ हार्डकोर नक्सली पीसी दी ने नक्सली संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
उनके कहने पर ही वह भी नक्सली दस्ते में शामिल हुआ था। पूछताछ में पुलिस को उससे कई अहम जानकारियां मिलीं हैं। 15 दिन से उसकी तलाश में पुलिस लगी थी। कई स्थानों पर छापेमारी भी की गई थी। अंतत: पुलिस को सफलता मिल गई।
इन नक्सली वारदातों में शामिल
-दस अक्टूबर 2014 को रामगढ़ में मोबाइल टावर में आग।
- 25 अक्टूबर 2014 को काठीकुंड के सरूवापानी में पुलिस से मुठभेड़।
-21 नवंबर 2014 को शिकारीपाड़ा के सीतासाल में पुलिस से मुठभेड़।
-07 सितंबर 2014 को गोपीकांदर में कोयला सर्वे करने वाली कंपनी की मशीन में आगजनी।
-16 जुलाई 2014 को गोपीकांदर में निर्माण कंपनी राजा कंस्ट्रक्शन की बोलेरो में आग लगाने के साथ कर्मियों से मारपीट।
-03 अगस्त 2017 को जीतपुर क्षेत्र में पोस्टरबाजी।
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