रांची विवि बना ओवरऑल चैंपियन
दुमका : अंतर विश्वविद्यालय चांसलर बैड¨मटन ट्रॉफी के लिए अंतिम मुकाबला बुधवार को खेला गया। रांची विवि
दुमका : अंतर विश्वविद्यालय चांसलर बैड¨मटन ट्रॉफी के लिए अंतिम मुकाबला बुधवार को खेला गया। रांची विवि की टीम ने महिला-पुरुष के एकल व युगल दोनों ट्रॉफी अपने नाम कर ली। चांसलर बैड¨मटन ट्रॉफी प्रतियोगिता में राज्य के तीन विवि सिदो-कान्हु मुर्मू विवि, रांची विवि व विनोबा भावे विवि हजारीबाग की टीमों ने भाग लिया।
टूर्नामेंट का अंतिम मुकाबला सिदो-कान्हु व रांची विवि के बीच खेला गया। रांची विवि ने महिला एकल व पुरुष युगल दोनों ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। महिला एकल में शबनम नाज ने सिदो-कान्हु की साक्षी कुमारी को 21-15 व 21-12 से हराया।
पुरुष एकल में रांची के जिम्मी डेविड ने सिदो-कान्हु के रानू राणा को 21-19 व 21-12 से पराजित किया। युगल पुरुष में रांची के जिम्मी डेविड एक्का व सतीश की जोड़ी ने सिदो-कान्हु के आकाश कुमार मंडल व रानू राणा को 21-10, 21-15 से शिकस्त दी। महिला युगल में रांची की की जीनत व शबनम नाज ने सिदो-कान्हु की साक्षी कुमारी व पूनम कुमारी को 21-6 व 21-12 से पराजित किया।
हजारीबाग विनोबा भावे विश्वविद्यालय की पुरुष-महिला वर्ग को अनुशासित टीम के खिताब से नवाजा गया। सिदो-कान्हु विवि के रानू राणा व रांची की शबनम नाज को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया। विजेता टीम को कुलपति प्रो. मनोज प्रसाद सिन्हा ने ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। भाग लेने वाले खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र दिया गया।
कुलपति ने कहा हार-जीत जीवन में लगा रहता है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यदि उपविजेता नहीं रहता तो विजेता कैसे बन पाता। जीतने वाले से ज्यादा उपविजेता को विशेष बधाई। कहा कि जो अच्छा खेलते हैं, वे इसमें अपना भविष्य भी बना सकते है। प्रतिकुलपति डॉ. सत्यनारायण ¨सह मुंडा ने कहा कि कोई विजेता बना तो कोई उपविजेता बना, सब एक ही राज्य के हैं। हार-जीत कोई मायने नहीं रखती है। सभी खिलाड़ियों को कहा कि पूरा अनुशासन बना कर रखें, इसके लिए विशेष तौर पर धन्यवाद दिया। डीएसडब्ल्यू डॉ. एएन पाठक, खेल पदाधिकारी डॉ. रंजीत कुमार ¨सह व हिमांशु डुंगडुंग, प्रो. रीना लकड़ा, उमाशंकर चौबे, मदन झा आदि उपस्थित थे।