मुखिया पति सावधान हो जाएं, पीछे से ग्राम सत्ता चलाना बंद करें : रघुवर
दुमका : सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को उग्रवाद प्रभावित काठीकुंड प्रखंड के आसनपहाड़ी
दुमका : सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को उग्रवाद प्रभावित काठीकुंड प्रखंड के आसनपहाड़ी गांव के पंचायत भवन परिसर में जमीन पर बनाए गये मंच पर बैठ कर हमारी योजना, हमारा विकास के तहत ग्रामसभा करते हुए कहा कि अब रांची या दिल्ली में बैठ कर गांव की योजनाएं नहीं बनेंगी। अब गांव की जनता ग्राम प्रधान और मुखिया के साथ बैठक कर अपनी योजनाएं खुद बनाएगी। कहा कि गांव को समृद्ध बनाने के लिए न तो बार-बार रघुवर दास आएंगे और न ही भगवान आएंगे। गांव का विकास ग्रामीणों को ही करना होगा। इसके पूर्व दुमका के लक्खीकुंडी में नवनिíमत जौगर्स पार्क का उद्घाटन करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसका नामकरण सिदो कान्हु शौर्य स्मारक पार्क किया। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए रघुवर ने कहा कि इस पार्क में संताल परगना समेत देश अमर शहीदों की गाथा को याद करने की व्यवस्था बहाल की जाएगी। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन से यहां एक खुला ऑडिटोरियम का भी निर्माण कराने को कहा। कहा कि ऑडिटोरियम में एक एलइडी स्क्रीन लगाकर उसके माध्यम से शहीदों की कीíत तथा सेना के शौर्य को प्रदर्शित किया जाए। कहा कि इसके लिए खेल व युवा संस्कृति विभाग से राशि मुहैया कराया जाएगा। रघुवर ने कहा कि पार्क को खूबसूरत बनाने एवं इसकी सुरक्षा करने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। कहा कि इसके लिए हरेक नागरिक अपना कुछ न कुछ सहयोग व योगदान जरूर दे।
आसनपहाड़ी में रघुवर ने कहा कि हरेक माह ग्राम पंचायत की बैठक होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो पंचायती राज व्यवस्था के तहत निहित प्रावधानों को प्रयोग करते हुए मुखिया पर कानूनन कार्रवाई की जाएगी। लोकतंत्र की जड़ ग्राम पंचायत है। मुख्यमंत्री ने कड़क अंदाज में कहा कि मुखिया पति सावधान हो जाएं, वे पीछे से ग्राम सत्ता चलाना बंद करें। ये फंडा अब नहीं चलेगा। कहा कि ग्रामसभा में जनता से सुझाव लिया जाए। गांव के विकास के लिए दूर दृष्टि रखना होगा। अगले 15 साल गांव की तस्वीर कैसी होगी इसका रोडमैप तीन साल में तैयार किया जाए।
गांव में प्रबंधन की टीम नहीं थी जिसे महसूस करते हुए सरकार ने पंचायत स्वयंसेवकों की बहाली कर दी है, ताकि पंचायत सचिवालय मुकम्मल तरीके से चले। कहा कि 70 साल में पूर्ववर्ती सरकारों ने झारखंड के मात्र 38 लाख घरों में बिजली पहुंचायी है, शेष 30 लाख घरों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य सरकार के सामने है।
सरकार वर्ष 2018 तक 30 लाख घरों में बिजली पहुंचाएगी। इसके लिए सीएनटी-एसपीटी एक्ट में सरलीकरण किया जा रहा है। रघुवर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार ने एसपीटी-सीएनटीएक्ट में कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा बल्कि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को सरल बना कर स्कूल, सड़क, आंगनबाड़ी, ¨सचाई एवं बिजली पहुंचाने की गति को तेज किया जाएगा। गांव-गांव तक बिजली सुविधा बहाल करने के लिए 258 सब स्टेशन व ग्रिड का निर्माण करना है। जमीन नहीं मिलने के कारण निर्माण में विलंब होता रहा है। आसनपहाड़ी में 608 बीपीएल कार्ड हैं इन्हें रोजगार मुहैया कराने का काम ग्रामसभा सुनिश्चित करें। अगले दो साल में यह गांव बीपीएल मुक्त हो जाए इस दिशा में प्रयास किया जाए। वर्ष 2017 तक स्कूलों में लैब बनाने का लक्ष्य है। इतना ही नहीं युवाओं के लिए सरकार उम्मीद और युवतियों के लिए सखी के नाम से स्किल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम चला रही है। इसके जरिए युवाओं को हुनरमंद बनाकर इन्हें स्वरोजगार से जोड़ जाएगा। नवंबर माह में सरकार दो पहाड़िया बटालियन का गठन करेगी जिसका एक मुख्यालय दुमका और दूसरा पलामू में होगा। आदिम जनजाति विकास प्राधिकार समिति का भी गठन सरकार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा स्वशासन की अवधारणा को पुष्ट करना है। ग्रामसभा में आसनपहाड़ी गांव को शौच मुक्त बनाने की प्राथमिकता को तय करते हुए कहा कि यह पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
ग्रामसभा की अध्यक्षता ग्राम प्रधान हरि नारायण गृही ने किया जबकि मौके पर मुखिया बाहा सोरेन, सूबे की समाज कल्याण मंत्री डॉ.लुइस मरांडी, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, कल्याण सचिव वंदना डाडेल, ग्रामीण विकास सचिव गुरमित ¨सह, संताल परगना के आयुक्त बालेश्वर ¨सह, डीआइजी अखिलेश झा, उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, एसपी प्रभात कुमार आदि थे।