माफी मांगने पर पशु तस्करों को छोड़ा
दुमका : विहिप कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को सदर अस्पताल मार्ग पर दो ट्रक में मवेशी ले जा रहे आधा दर्जन
दुमका : विहिप कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को सदर अस्पताल मार्ग पर दो ट्रक में मवेशी ले जा रहे आधा दर्जन लोगों को मवेशियों को पकड़ा। जब्त मवेशियों के रखने के लिए गौशाला में कोई व्यवस्था नहीं होने और माफी मांगने के बाद सभी को पशुओं के साथ छोड़ दिया गया। मवेशी दुमका से महेशपुर ले जाए जा रहे थे।
दोपहर को आधा दर्जन व्यापारियों ने शिकारीपाड़ा के सोनाढाब हटिया से 23 बैल और चार बछिया खरीदी। दुमका बाजार समिति में रसीद कटाने के बाद व्यापारियों ने महेशपुर जाने के लिए दो गाड़ी बुक कराई। दोनों वाहनों में जबरदस्ती मवेशियों को भर दिया गया। जिसमें कुछ भी चोट भी लगी। जब ट्रक अस्पताल की ओर से गुजरा तो विहिप कार्यकर्ताओं की नजर वाहन पर पड़ गई। दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर पूछताछ की गई तो व्यापारियों ने समिति द्वारा काटी गई रसीद दिखा दी, पर गाड़ी से ले जाने का कागज नहीं दिखा सके। व्यापारी मुहर्रम का कहना था कि यहां तक पहुंचने के लिए पहले पुलिस को 400 रुपया दिया। अब इतना पैसा नहीं है कि जुर्माना भरा जा सके।
सूचना मिलते ही विहिप के जिलाध्यक्ष अमर कुमार गुप्ता, मृणाल मिश्रा और कई अन्य लोग भी पहुंच गए। जिलाध्यक्ष ने नगर थाना प्रभारी को फोन से सूचना दी, लेकिन उन्होंने बाहर होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। दो घंटा इंतजार के बाद पुलिस नहीं पहुंची तो दोनों वाहनों को गौशाला ले जाया गया। वहां सभी को पानी पिलाया गया। व्यापारी के साथ गाड़ी मालिक कुणाल कुमार ने सदस्यों को विश्वास दिलाया कि आज के बाद वह वाहन से मवेशी नहीं ढोएगा। माफी मांगने के बाद सभी को छोड़ दिया। अमर ने बताया कि गौशाला में मवेशी रहने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण पशुओं को छोड़ना पड़ा। ट्रक में 23 बैल और चार बाछियां भी। दुधानी निवासी चालक ने विश्वास दिलाया है कि बाछियों को बाहर नहीं ले जाएगा। कहीं पर किसी की जिम्मेदारी में छोड़ देगा। अमर ने बताया कि गाड़ी में जिस तरह से पशुओं को भरा गया था, उसपर भी बाजार समिति को ध्यान देना चाहिए।