ओलचिकि के जन्मदाता थे रघुनाथ मुर्मू
मसलिया : ऑल इंडिया संताली एजुकेशन काउंसिल के तत्वावधान में कठालिया में ओलचिकि लिपि के जन्मदाता पंडित
मसलिया : ऑल इंडिया संताली एजुकेशन काउंसिल के तत्वावधान में कठालिया में ओलचिकि लिपि के जन्मदाता पंडित रघुनाथ मुर्मू के जन्म दिवस के मौके पर संताली भाषा, संताली लिपि के जिला समन्वयक रमेश टुडू की अध्यक्षता में पंडित रघुनाथ मुर्मू को श्रद्धाजंलि दी। जिला समन्वयक ने बताया कि पंडित रघुनाथ मुर्मू का जन्म पांच 1905 में उड़ीसा के मयूरभंज जिला के रायरंगपुर ब्लॉक अन्तर्गत डॉडबस गांव में हुआ था। उन्होंने ओलचिकि लिपि का आविष्कार किया। मसलिया प्रखंड क्षेत्र में 2008 से प्राइमरी, मिडिल, मैट्रिक एवं इंटर की पढ़ाई ओलचिकि भाषा से होती आ रही है। इनकी परीक्षा प्रत्येक वर्ष जून माह में होती है।
इस अवसर पर ओलचिकि भाषा पर चर्चा की गई। चर्चा में कठालिया पंचायत के उपमुखिया लक्ष्मण मुर्मू, पोचापानी के वार्ड सदस्य मेरी किस्कू, पाकुड़ जिला के हिरणपुर प्रखंड से मोरिस मरांडी, रायकिशोर टुडू, रामदास मुर्मू, रूपधन मुर्मू, पुलिस हेम्ब्रम, मानवेल हांसदा, उज्जवल मुर्मू, कमिश्नर मुर्मू, होपन मुर्मू, महेश्वर हेम्ब्रम, नींबूलाल हेम्ब्रम उपस्थित थे।