एक्सपायरी दवा बांटने पर हंगामा
जामा : पशु चिकित्सा शिविर में एक्सपायरी दवा बांटने से नाराज ग्रामीणों ने रविवार को बायफ प्रभारी व प्
जामा : पशु चिकित्सा शिविर में एक्सपायरी दवा बांटने से नाराज ग्रामीणों ने रविवार को बायफ प्रभारी व प्रखंड तकनीकी प्रबंधक को दो घंटे तक बंधक बनाए रखा। दोनों को मुक्त कराने के बाद पुलिस थाना ले गई। वहां दोनों से पूछताछ की जा रही है। पशु विभाग ने इसे विभाग की दवा मानने से साफ इन्कार करते हुए कहा कि यह दवा डेयरी विभाग की है।
जानकारी के अनुसार प्रखंड चिगलपहाड़ी पंचायत के घाघरा गांव में पशु पालन विभाग और बायफ की ओर से चिकित्सक शिविर लगा। दूरदराज के गांव से लोग अपने पशुओं को लेकर यहां आए थे। जांच के बाद पशुपालकों को आयुमिन वी-5 की एक शीशी दी गई। इसके लिए उनसे पैसे भी लिए गए। जबकि दवा की शीशी पर नाट फोर सेल की मुहर लगी थी। ग्रामीण डुनुज मुर्मू और अजय मंडल को यह जानकारी मिली तो उन्होंने बायफ प्रभारी भोला दास और बीटीएम शंकर टुडू से जानकारी हासिल करनी चाही। इस बीच जानकारी मिली कि जो दवा दी जा रही है, वह अगस्त 15 तक ही वैध थी। सात माह पहले ही दवा एक्सपायर हो चुकी है। इससे नाराज ग्रामीणों ने दोनों को बंधक बना लिया और जामा थाना को सारी जानकारी दी। पुलिस दोनों को मुक्त कराकर थाने ले गई।
थाना प्रभारी प्रमोद कुमार का कहना है कि पशुपालन व संबंधित विभाग के पदाधिकारी को जानकारी देते हुए थाना आने को कहा गया है। उनके सामने ही दोनों से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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पशुपालन विभाग की दवा नहीं
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. राजकिशोर प्रसाद मेहता ने बताया कि बायफ केंद्र का संचालन डेयरी विभाग करता है। बीटीएम कृषि विभाग के अधीन काम करते हैं। पशुपालन के अधीन डेयरी विभाग आता है। आयुमिन नामक दवा डेयरी विभाग की ओर से ही उपलब्ध कराई गई होगी। इसका विभाग से कोई लेना देना नहीं है। इधर डेयरी विभाग के पदाधिकारी अरुण कुमार से बात करने के सारे प्रयास विफल रहे।