परियोजना कर्मियों ने कार्यालय में जड़ा ताला
दुमका : स्थायीकरण व छठे वेतनमान लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर 24 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल प
दुमका : स्थायीकरण व छठे वेतनमान लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर 24 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के कर्मियों ने गुरुवार को जिला शिक्षा कार्यालय में ताला जड़ दिया। कर्मियों ने सचिव के उस आदेश को भी दरकिनार कर दिया, जिसमें शाम तक वापस नहीं लौटने पर सेवा समाप्त की चेतावनी दी थी।
कार्यालय परिसर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद कर्मियों ने कार्यालय में ताला जड़ दिया। उनका कहना था कि ताला तभी खुलेगा, जब विभाग उनकी मांग पर कोई निर्णय नहीं ले लेती। मीडिया प्रभारी सुबोल चंद्र का कहना है कि कर्मी सचिव की भभकी से डरने वाले नहीं हैं। आंदोलन के जरिए अधिकार लेकर ही दम लिया जाएगा। सरकार कितना भी प्रयास कर ले, एक भी कर्मी पीछे हटने वाला नहीं है। बुधवार को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना निदेशक राजेश्वरी बी ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि अगर कर्मी गुरुवार की शाम पांच बजे तक हड़ताल से वापस नहीं लौटते हैं तो सभी की सेवा समाप्त कर दी जाएगी। उनकी जगह पर नए लोगों को मौका दिया जाएगा। सुबोल ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगा, कोई भी काम पर वापस नहीं आएगा। सरकार को जो भी कार्रवाई करनी है कर ले। तालाबंदी करने वालों में राजेश कुमार, गो¨वद टुडू, शिवधन मरांडी, हिमांशु , आनंद, अशोक, नीरज सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।
अभियान का कार्य ठप
मांगों को लेकर 18 जनवरी से सभी कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल में डटे हुए हैं। इसका सीधा असर सरकार द्वारा चलाए जा रहे सर्व शिक्षा अभियान पर पड़ रहा है। अभी तक बजट बनाने का काम ठप है। स्कूलों में योजनाएं प्रभावित हो रही है। पारा शिक्षकों का मानदेय भुगतान सहित अन्य कार्य ठप है। कार्यालय से कोई काम नहीं हो रहा है।