मूक-बधिर को नहीं मिला आश्रय
शिकारीपाड़ा : मानसिक रूप से विक्षिप्त गूंगी-बहरी 12 वर्षीया लड़की शिकारीपाड़ा थाना के लिए सिरदर्द बन गई
शिकारीपाड़ा : मानसिक रूप से विक्षिप्त गूंगी-बहरी 12 वर्षीया लड़की शिकारीपाड़ा थाना के लिए सिरदर्द बन गई है। विश्व बैंक संपोषित संस्थाएं भी लड़की को आश्रय देने के लिए तैयार नहीं है। थाना प्रभारी इमदाद अंसारी के अनुसार यह लड़की 25 अगस्त 2015 को पत्ताबाड़ी चौक में लावारिश मिली थी। उसके साथ कोई अनहोनी घटना न हो इसलिए लड़की को थाना ले आए। बाल संरक्षण समिति दुमका से वार्ता करने के पश्चात लड़की को लेकर उसके कार्यालय दुमका वहां से निर्देश प्राप्त हुआ कि लड़की को लेकर नारी निकेतन देवघर ले जाएं। पुलिस जब लड़की को लेकर नारी निकेतन देवघर गई तो यह कहकर वापस कर दिया कि यहां मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को नहीं रखा जाता है। पुन: पुलिस लड़की को लेकर थाना वापस आयी पांच दिन से लड़की महिला चौकीदार एवं सरदार के सरदार में थाना परिसर मे रखी गई है। थाना प्रभारी के अनुसार जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी दुमका व बाल संरक्षण समिति दुमका के अधिकारी बात करने को तैयार नहीं है।