आज से दो हजार स्कूलों में तालाबंदी
दुमका : सरकार की कार्यशैली से खिन्न पारा शिक्षकों ने आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लेते हुए आरपार
दुमका : सरकार की कार्यशैली से खिन्न पारा शिक्षकों ने आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लेते हुए आरपार लड़ाई का एलान कर दिया है। सोमवार से सभी के हड़ताल पर जाने से करीब दो हजार स्कूलों में ताला लटक जाएगा।
रविवार को प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ की हुई बैठक में तय हुआ कि सोमवार से आंदोलन की अगली कड़ी में स्कूलों में ताला बंदी की जाएगी। जिलाध्यक्ष ब्रजमोहन यादव ने कहा कि सरकार की कार्यशैली से सभी में आक्रोश है। 22 को रांची में आंदोलन के दौरान संघ के साथियों ने सरकार से वार्ता की थी लेकिन सरकार ने लिखित समझौता पत्र न देकर सभी को छला। साथी सरकार की कार्यशैली को बर्दाश्त नहीं करने वाली है। उन्होंने हड़ताल की वजह से जिले के करीब दो हजार स्कूलों में पढ़ाई ही नहीं अन्य सारी गतिविधियां भी ठप कर दी जाएंगी। हड़ताल अवधि में पारा शिक्षक अपने प्रखंड में तय स्थान पर बैठेंगे और उपस्थिति भी दर्ज कराएंगे। प्रखंड कमेटी सभी विद्यालयों की मानीटरिंग करेगी। संघ की अपील के बाद भी यदि कोई पारा शिक्षक विद्यालय में मिला तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सचिव अनिल कुमार ने कहा कि लगता है कि सरकार ब्रिटेन से आयातित अधिकारियों के सहयोग से शासन चला रही है। वार्ता में जिन बिन्दुओं पर सहमति बनी, उसे रातों रात बदल दिया गया। सरकार को चाहिए कि पारा शिक्षकों को बरगलाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे। उन्होंने कुछ पारा नेताओं के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी को ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। वे लोग एकता को तोड़ना चाहते हैं। जरूरत पड़ी तो बीआरसी एवं सीआरसी में भी तालाबंदी की जाएगी।
बैठक में मनोज साह, विजय साह, राजेंद्र मांझी, संतोष कुमार, रकीब अंसारी, मानिक कुमार, देवेश कुमार, प्रेमलता हेम्ब्रम, पोलीना मुर्मू, काजल साह आदि मौजूद थे।