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पत्नी, साली और दो बेटों की हत्या कर बीसीसीएल कर्मी ने की खुदकुशी

पत्‍‌नी, साली और दो बेटों को जहर देकर मौत के घाट उतारने के बाद एक व्यक्ति ने खुदकुशी कर ली। घटना धनबाद के बरोरा थाना क्षेत्र की है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 20 Feb 2017 03:19 PM (IST)Updated: Mon, 20 Feb 2017 03:41 PM (IST)
पत्नी, साली और दो बेटों की हत्या कर बीसीसीएल कर्मी ने की खुदकुशी
पत्नी, साली और दो बेटों की हत्या कर बीसीसीएल कर्मी ने की खुदकुशी

बरोरा (धनबाद)। धनबाद के बरोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत प्योर बरोरा निवासी बीसीसीएल कर्मी ओमप्रकाश चौहान ने अपनी पत्‌नी, साली और दो बेटों को जहर देकर मौत के घाट उतारने के बाद खुदकुशी कर ली। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।

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मृतकों में पत्‌नी सुमन देवी (32 वर्ष), साली नीतू कुमारी (20 वर्ष), बड़ा पुत्र पीयूष (12 वर्ष) और छोटा बेटा हर्षित (10 साल) शामिल हैं। इस वारदात का खुलासा रविवार देर रात करीब 10:30 बजे हुआ। मृतक साली अविवाहित थी और वह अपने ससुराल फुसरो के ढोरी से यहां आई हुई थी। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। हत्या क्यों की गई, इसका अभी पता नहीं चला है। चर्चा है कि साली से प्रेमी प्रसंग में यह चारों हत्या हुई। पड़ोसियों से पुलिस को सूचना मिली। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चारों शवों को स्थानीय बाघमारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई जहां डॉक्टरों ने सभी के मौत की पुष्टि कर दी।

डॉ. आलोक श्यनंदन के अनुसार चौहान की पत्‌नी सुमन देवी की मौत कम से दो-तीन दिन पूर्व हो चुकी थी, क्योंकि शव से बदबू आ रही थी। चारों शवों को सबसे पहले ओमप्रकाश चौहान के साले विनोद नोनियां ने देखा। वह अनहोनी की आशंका पर ही रविवार रात करीब 9:30 बजे फुसरो से बरोरा पहुंचा था। विनोद ने बताया कि उसकी बहन नीतू कुमारी रविवार सुबह फुसरो स्थित अपने घर में थी। वह सुबह 10:30 बजे ब्यूटीशियन का कोर्स करने घर से निकली थी। शाम के तीन बजे तक जब वह वापस नहीं लौटी तो विनोद ने अपने जीजा ओमप्रकाश चौहान को फोन किया। इस पर ओमप्रकाश ने बताया कि नीतू से फोन पर बात हुई है। वह चार बजे तक घर पहुंच जाएगी। जब चार बजे तक भी नीतू नहीं आई तो उसने फिर ओमप्रकाश को फोन किया तो बताया कि उसकी दोबारा फोन पर नीतू से बात हुई है। वह सहेली के साथ बोकारो गई है। वह शाम छह बजे तक पहुंच जाएगी। उसने यह भी कहा कि मेरा मोबाइल डिस्चार्ज हो रहा है। इस कारण दो तीन घंटे तक मोबाइल स्वीच ऑफ रहेगा।

इससे विनोद को शक हो गया। विनोद अपने पड़ोसी नुडन नोनिया के साथ बरोरा के लिए निकल गया। यहां करीब वह 9:30 बजे रात को पहुंचा। दरवाजा अंदर से बंद था। अंदर से जीजा ओमप्रकाश ने पूछा कि कौन है। जब विनोद ने अपना नाम बताया तो कहा कि हम आ रहे हैं। लेकिन दरवाजा नहीं खोला। उसने फिर दरवाजा खटखटाया तो अंदर से ओमप्रकाश ने कहा कि तुम अपने घर चले जाओ। नीतू घर पहुंच जाएगी। इस पर विनोद ने नाराजगी जताते हुए कहा कि वह यहां तक आया है तो दरवाजा खोलिए। इस पर ओमप्रकाश ने कहा कि रुको, दरवाजा खोल रहे हैं। जूता पहन रहे हैं। विनोद और उसका सहयोगी बाहर इंतजार करने लगे।

इस बीच, उन्होंने देखा कि ओमप्रकाश पीछे की दीवार फांद कर भाग रहा है। उन्होने शोर मचाया पर ओमप्रकाश भाग निकला। उनके शोर पर आसपास के लोग जुटे। उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो एक कमरे में दोनों बेटे की लाश पड़ी थी। वहीं दूसरे कमरे में चौहान की पत्‌नी और साली की लाश पड़ी थी।

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