पुलिस और डीजल लुटेरों के बीच मुठभेड़, एएसआइ समेत दो घायल
देर रात पुलिस और डीजल लुटेरों के बीच मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से करीब 12 से 15 चक्र गोलियां चलीं।
जागरण न्यूज नेटवर्क : केंदुआ (धनबाद)। कुसुंडा स्थित डेको आउटसोर्सिग कंपनी के कैंप कार्यालय पर शनिवार की देर रात पुलिस और डीजल लुटेरों के बीच मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से करीब 12 से 15 चक्र गोलियां चलीं। इस घटना में केंदुआडीह थाने के एएसआइ साहेब राम मुर्मू को गोली लगी, जबकि कंपनी के मेंटिनेंस सुपरवाइजर कृष्णा कुमार को लुटेरों ने लोहे का रॉड मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। दोनों घायलों को तत्काल केंद्रीय अस्पताल जगजीवन नगर भेजा गया। दोनों की स्थिति खतरे से बाहर है।
देर रात पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आशुतोष शेखर और पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था नवल शर्मा घटनास्थल पहुंचे। रविवार सुबह वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे और शाम को बोकारो प्रक्षेत्र के डीआइजी प्रभात कुमार ने भी घटनास्थल का दौरा कर स्थिति की जानकारी ली। पुलिस का दावा है कि फाय¨रग में कुछ लुटेरों को भी गोली लगी है।
जानिए, क्या है मामला
डेको कंपनी के कैंप कार्यालय में खड़े वाहनों से डीजल चोरी की लगातार शिकायतें पुलिस को मिल रहीं थीं। इस सूचना पर एक एएसआइ और चार जवानों को वहां निगरानी के लिए लगाया गया था। रात करीब दो बजे नकाबपोश लुटेरों का एक दल डेको कंपनी के कैंप कार्यालय पहुंचा। यहां गार्ड को बंधक बना लिया। इन अपराधियों ने वाहनों से डीजल निकालना शुरू कर दिया। तभी निगरानी में घात लगाकर बैठी पुलिस टीम इनको दबोचने को दौड़ पड़ी। पुलिस को देख लुटेरों ने फाय¨रग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई। भागने के क्रम में ही अपराधियों ने सुपरवाइजर कृष्णा के सिर पर लोहे का रॉड मार दिया। लुटेरों की एक गोली एएसआइ साहेबराम मुर्मू की दाहिनी जांघ पर लगी। सभी लुटेरे भागने में सफल रहे।
जख्मी सुपरवाइजर कृष्णा दुर्गापुर रेफर
एसपी ग्रामीण शेखर और डीएसपी विधि व्यवस्था नवल शर्मा समेत आसपास के आधा दर्जन थानों की पुलिस रात में ही मौके पर पहुंच गई। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। कृष्णा कुमार की स्थिति को देखते हुए उसे दुर्गापुर रेफर कर दिया गया। हालांकि एसएसपी का कहना है कि उसकी स्थिति खतरे से बाहर है।
पुलिस ने रातभर की छापेमारी
एसएसपी मनोज रतन चोथे ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। अपराधियों को पकड़ने के लिए रातभर पुलिस की छापेमारी चली। हालांकि कोई अपराधी पकड़ में नहीं आया।
लगातार अपराधी बोल रहे थे धावा
डेको के प्रबंधक एम मिश्रा डीजल लूट होने की सूचना काफी दिनों से पुलिस को दे रहे थे। अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शनिवार की रात जाल बिछाया था। बीते एक पखवाड़े से हर रात अपराधी डेको के कैंप कार्यालय पर धावा बोल डीजल ले जा रहे थे। आउटसोर्सिंग कंपनी के कर्मचारियों की मानें तो ये अपराधी पास की काली बस्ती के रहने वाले हैं। हथियार दिखाकर कर्मचारियों को डरा धमका कर डीजल लूटते हैं।
कार्रवाई में हो गई जल्दबाजी: डीआइजी
पुलिस टीम यदि थोड़ा और इंतजार कर कार्रवाई करती तो शायद अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होते। जल्दबाजी के कारण अपराधी भागने में सफल रहे। यह कहना है डीआइजी प्रभात कुमार का। रविवार को घटनास्थल का दौरा करने के बाद डीआइजी कुमार ने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए योजना बनी थी। बावजूद समय से पहले टीम दौड़ पड़ी। पुलिस अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करेगी।
कहा कि दोनों ओर से तीन-तीन चक्र गोली चली है। कहा कि मुठभेड़ में कुछ अपराधियों को भी गोली लगी है। घटनास्थल की छानबीन में यह तथ्य सामने आया है। जो घायल हुए हैं वे आसपास ही इलाज करवा रहे होंगे। इसलिए पुलिस निजी नर्सिंग होम और अस्पतालों पर नजर रख रही है। कुछ अपराधियों के नाम भी पता चल गए हैं। उनकी जल्द गिरफ्तारी होगी।
अपराधियों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही इनकी गिरफ्तारी हो जाएगी। डेको कर्मचारियों और पुलिस के जवानों से पूछताछ में अहम जानकारियां मिली हैं।
-मनोज रतन चोथे, एसएसपी, धनबाद
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