वैकल्पिक व्यवस्था के बाद बंद करनी चाहिए थी डीसी लाइन
चिरकुंडा : धनबाद-चंद्रपुरा ( डीसी) रेल लाइन बंद होने से कुमारधुबी स्टेशन होकर चलने वाली कई ट्रेन
चिरकुंडा : धनबाद-चंद्रपुरा ( डीसी) रेल लाइन बंद होने से कुमारधुबी स्टेशन होकर चलने वाली कई ट्रेनें भी बंद हो गई हैं। बुधवार को झामुमो व मासस ने बुधवार को कुमारधुबी स्टेशन पर अलग-अलग धरना दिया। धरना में दोनों पार्टी के नेताओं ने भाजपा सरकार व सांसद पशुपतिनाथ ¨सह पर निशाना साधा।आसनसोल रेल मंडल प्रबंधक को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांगों को नहीं माना जाता है तो हम रेल का चक्का जाम करने के लिए बाध्य होंगे।
धरना मे मुख्य रूप से मासस विधायक अरूप चटर्जी व झामुमो नेता अशोक मंडल मौजूद थे। कुमारधुबी स्टेशन के टिकट काउंटर के समीप मासस के बैनर तले स्थानीय विधायक अरूप चटर्जी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। विधायक ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि डीसी लाइन बंद होने से पाटलिपुत्रा व दुमका-रांची इंटरसिटी जैसी ट्रेनें कुमारधुबी स्टेशन नहीं आ रहीं। इसका खामियाजा कुमारधुबी के लोगों को भुगतना पड़ रहा। कहा कि डीसी लाइन को बंद करने के पूर्व केंद्र सरकार व रेलवे मंत्रालय को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी। लेकिन सरकार व सांसदों ने चुप्पी साध ली। जब लोगों का आक्रोश बढ़ा तब सांसद मंत्री व रेल अधिकारियों के साथ बैठक कर फोटो खिंचवा रहे हैं। सांसद चाहते तो लोगों को आज यह दिन देखना नहीं पड़ता। लेकिन वे केवल शौचालय व नाला उदघाटन में लगे हुए हैं।
पाटलिपुत्रा, पटना धनबाद इंटरसिटी, रांची दुमका इंटरसिटी, वनांचल एक्सप्रेस को पुन: इसी रूट से चलाया जाय। इसके लिए गुरुवार को आसनसोल रेल मंडल के डीआरएम से मिलकर बात कर समस्या का निदान किया जाएगा।
धरना की अध्यक्षता बादल बाउरी व संचालन तापस नाग ने किया। मौके पर संतू चटर्जी, शिवकुमार भगत, मुन्ना यादव, संतोष मिश्रा, अंजू चटर्जी, अंबिका पासवान, दिल मोहम्मद, मनोज राउत, गोपाल दास, पीएल मुर्मु, झंटू कांजीलाल, रामजी शर्मा, राजू खान सहित काफी संख्या कार्यकर्ता शामिल थे।
कुमारधुबी की उपेक्षा झामुमो बर्दास्त नहीं करेगा : मंडल
कुमारधुबी स्टेशन पर झामुमो के धरना को संबोधित करते हुए झामुमो नेता अशोक मंडल ने कहा कि आसनसोल रेल मंडल शुरू से ही कुमारधुबी स्टेशन को उपेक्षित करता आया है। झामुमो यह बर्दाश्त नहीं करेगा। कहा कि हर हाल में डीसी लाइन को चालू किया जाय। साथ ही पूर्ववत की तरह सभी ट्रेनों को परिचालन किया जाय। कहा कि पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस के समय परिवर्तन करने की बात का विरोध करते हुए कहा कि पूर्व की भांति परिचालन किया जाय ताकि कुमारधुबी स्टेशन के अगल-बगल के रहने वाले बिहार के लोगों को इसका लाभ मिले।
कहा कि धनबाद-पटना एक्सप्रेस का ठहराव बराकर के बजाय कुमारधुबी में होना चाहिए। यहां तक कि छठ पूजा के अवसर पर चलने वाले स्पेशल ट्रेन का ठहराव कुमारधुबी के बजाय बराकर में दिया जाता है। जबकि बिहार के अधिकतर लोग निरसा, चिरकुंडा, मैथन व पंचेत में रहते हैं जिन्हें इस ट्रेन की आवश्यकता है।
डीसी लाइन के बंद हो जाने से छात्र-छात्राओं व डेली पैसेंजर को काफी परेशानी हो गई है। उन्होंने मांग की कि सभी बंद पड़े ट्रेनों का ठहराव तथा रूट बदल कर चलने वाली ट्रेनों को अविलंब चालू किया जाय अन्यथा झामुमो को बाध्य होकर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा। धरना की अध्यक्षता व संचालन मानिक लाल गोराई ने की। धरना को संबोधित करने वालों में काजल चक्रवर्ती, नांटू गोस्वामी, शिवलाल सोरेन, लक्खी सोरेन, रामनाथ सोरेन, ठाकुर मांझी, विरेन्द्र अटल, बोदीलाल हांसदा, विनोद ¨सह, शम्मी खान, तिलका बाउरी, शकुंतला बराट, सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
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छावनी में तब्दील रही कुमारधुबी स्टेशन
कुमारधुबी स्टेशन में मासस व झामुमो का धरना एक साथ होने के कारण कुमारधुबी स्टेशन पुलिस छावनी में बदल गया था। काफी संख्या में आरपीएफ, जीआरपी व स्थानीय प्रशासन मौजूद था। प्रशासन का मानना है कि कहीं दोनों पाíटयों के बीच विवाद उत्पन्न ना हो जाय। इसलिए प्रशासन की पूरी व्यवस्था की गई है।