डकैती में पांच को सश्रम आजीवन कारावास
देवघर : अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ लोलार्क दुबे की अदालत ने मामले में अभियोजन एवं बचाव पक्ष की बहस तथ
देवघर : अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ लोलार्क दुबे की अदालत ने मामले में अभियोजन एवं बचाव पक्ष की बहस तथा गवाहों के बयान सुनने के पश्चात चाकू एवं हथियार का भय दिखाकर डकैती करने के आरोप में दोषी पाकर ठाढ़ी दुलमपुर निवासी अल्ताफ शेख, जून पोखर निवासी मो. कुरबान, मो. इरफान सिद्दिकी , कोरियासा निवासी अनिल दास, कठौन बांका निवासी योगेन्द्र दास उर्फ राजीव कुमार उर्फ खोनहा को सश्रम आजीवन कारावास की सजा एवं 25 हजार का अर्थदंड की सजा सुनाई।
वहीं जुर्माने की राशि अदा नहीं करने पर सभी आरोपियों को दो वर्ष की अतिरिक्त सजा भुगतना पड़ेगा। घटना को लेकर नगर थाना क्षेत्र के बम्पास टाउन निवासी शिवम टोला सरिया चूड़ीवाल भवन ने आरोपी द्वारा चाकू व बंदूक का भय दिखाते हुए डकैती करने का प्राथमिकी दर्ज कराई था। घटना 4 अक्टूबर 2015 की है। जिसमें 15 गवाहों ने घटना की पुष्टि की। आरोपियों के खिलाफ 30 नवम्बर 2015 को आरोप पत्र दाखिल किया गया था। घटनास्थल से पुलिस ने एक मोटरसाइकिल बरामद किया था। अभियोजन पक्ष की ओर से एसपी सिन्हा तथा बचाव पक्ष की ओर से अतिकुर रहमान, सज्जाद हैदर, राजीव कुमार ¨सह व अली ने बहस की।
घ्रवालों की हिम्मत से पकड़ाए थे डकैत
4 अक्टूबर 2015 शाम के सात बज रहे थे तभी छह से सात लोग अचानक चूड़ीवाल भवन में प्रवेश कर गए। कुछ लोगों का हाथ-पैर बांध दिया। इसी बीच वहां काम करने वाले कर्मियों ने यह देख लिया वह दौड़ता हुआ बाहर आया और मोहल्लेवाले को इकट्ठा करने लगा। बाहर अपराधियों की मोटरसाइकिल लगी थी जिसमें नंबर भी नहीं था। लोगों ने सबसे पहले उसके मोटरसाइकिल का प्लग निकाल दिया ताकि वह निकलकर भाग भी नहीं सके। इसी बीच गृहस्वामी का 18 वर्षीय पुत्र ने हिम्मत जुटायी और एक भारी भरकम सामान उठाकर एक के उपर फेंक दिया। वह उसके सर पर लगा और वह घायल हो गया। उसके सर से खून टपकते ही वह विचलित हो गया। तभी बाहर से मुहल्लेवालों का शोर उन अपराधियों के कान में टकराया। इसी बीच उस नौजवान ने एक राउंड फायर कर दिया लेकिन वह मिस फायर हो गया। अब वे लोग भागने का रास्ता खोजने लगे। एक अपराधी टमकोरिया हाउस का दीवार फांदकर भागने का प्रयास कर ही रहा था के लोगों ने पकड़ लिया। जिसे पुलिस के सिपुर्द कर दिया गया। घरवालों ने गवाही देकर सबकी पहचान की। लगभग सभी सामान की बरामदगी भी हो गयी।