नुक्कड़ नाटक का मंचन कर दिया नशामुक्ति का संदेश
धनबाद : अंतरराष्ट्रीय रंगमंच दिवस पर धनबाद के रंगमंच कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक का मंचन एवं परिचर्चा का
धनबाद : अंतरराष्ट्रीय रंगमंच दिवस पर धनबाद के रंगमंच कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक का मंचन एवं परिचर्चा का आयोजन किया। नाटक के माध्यम से कलाकारों ने रंगमंच की विशेषता से अवगत कराया।
गांधी सेवा सदन के सामने आरोह नाट्य मंच की ओर से आखिर कब तक का मंचन किया। इस नाटक के माध्यम से नशामुक्त भारत बनाने का संदेश दिया गया। नाटक से पूर्व इन सभी ने 'धरती बांधी, सागर बांधा, मत बांधो इंसान को..' गीत प्रस्तुत किया। कलाकारों में संजय भारद्वाज, मदन, प्रतीक, शिव, राज पांडेय, सत्येंद्र सिंह और एजाज आलम शामिल थे।
दूसरी और जगजीवन नगर स्थित हेडगेवार भवन में नाट्य कला के प्रति समर्पित नाट्य संस्था द ब्लैक पर्ल की ओर से एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। नाट्य कला के बारे में कहा गया कि भारत विभिन्न बोलियों एवं संस्कृतियों वाला देश है। प्रत्येक प्रांत की अपनी एक लोककला है। इन कलाओं में नाट्य विद्या भी प्रमुख है। धनबाद में नाटक को लेकर लोग गंभीर नहीं हैं, लेकिन विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से अब इस कला का फैलाव हो रहा है।
परिचर्चा में संस्था की अध्यक्ष शारदा गिरी, सचिव सुमित झा, नौशाद, सुवीर सिन्हा, स्वाति अग्रवाल, खुशी कुमारी, बबन कुमार, लक्ष्मण कुमार, महाराज मंडल, अली, रजनी कुमारी, शौभिक चटर्जी, प्रिंस आकाश आदि उपस्थित थे।