सिंफर-ओएनजीसी करेंगे तेल आयात कम करने का प्रयास
धनबाद : विश्व के परिदृश्य में हमारे देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विदेशी शासकों के अधीन होने से प
धनबाद : विश्व के परिदृश्य में हमारे देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विदेशी शासकों के अधीन होने से पूर्व काफी महत्वपूर्ण था, लेकिन देश स्वतंत्र होने के बाद जीडीपी धीरे-धीरे लगभग दो प्रतिशत तक घट गई। अब फिर इसमें बढ़ोत्तरी हो रही है, लेकिन अगर वैश्रि्वक अर्थव्यवस्था में पहचान कायम करने के लिए कठोर परिश्रम करना होगा। उक्त बातें सिंफर निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने कही। वह सोमवार को संस्थान के सभागार में ओएनजीसी प्रतिनिधियों के लिए आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कुछ दशकों में तेल के क्षेत्र में विकास बहुत धीमा रहा है और देश के विकास लक्ष्यों को सुधारने के लिए इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। इस प्रयोजन के लिए यदि ओएनजीसी नए अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं को प्रस्तावित करता है जो तेल के आयात को कम कर सके तो संस्थान इसके लिए तैयार है। निदेशक ने कहा कि ऐसे आयोजन से न केवल पारस्परिक संबंध बेहतर होते हैं बल्कि नई जानकारियां भी साझा होती हैं। सिंफर से आए अतिथि संस्थान के विशेषज्ञों से अधिक से अधिक लाभ अर्जित करें।
पाठ्यक्रम समन्वयक और एफएलपी अनुभाग प्रमुख डॉ. अरविंद सिंह ने कार्यक्रम की विषयवस्तु और संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी। अनुसंधान समूह प्रमुख एवं अनुभाग प्रमुख के साथ बीडीआइएल अनुसंधान समूह के प्रमुख डॉ. आरवीके सिंह, एफ एलपी अनुभाग प्रमुख डॉ. अरविंद कुमार सिंह, मानव संसाधन विकास अनुभाग प्रमुख डॉ. इश्तियाक अहमद तथा श्रीप्रसाद मुख्य वैज्ञानिक मौजूद थे। कार्यक्रम में ओएनजीसी की मेहसाना, क्यूएडी मुंबई, असम, अहमदाबाद और दहेज से 14 वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए हैं। उन्हें फ्लेमप्रूफ इक्विपमेंट विषय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।